'प्रतिभा जौहरी के लेखन में भारतीय संस्कृति और मूल्यों की महक है'- डॉ.विवेक गौतम
सुप्रसिद्ध हिंदी लेखिका प्रतिभा जौहरी द्वारा रचित उपन्यास 'बंधु के मुख से' का भव्य लोकार्पण कल कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित सिविल सर्विसेज़ ऑफ़िसर इंस्टीट्यूट के सभागार में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहीं वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रमा सिंह तथा अध्यक्ष थे रविंद्र नाथ झा।


हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित व्यक्तित्व वरिष्ठ कवि और "उद्भव" संस्था के अध्यक्ष डॉ.विवेक गौतम के सान्निध्य में संपन्न हुए इस आयोजन में विशिष्ट वक्ता के रूप में कवि और डॉक्युमेंट्री निर्माता सुशील भारती उपस्थित रहे।


कार्यक्रम संचालन का दायित्व सुप्रसिद्ध हास्य-व्यंग्य कवयित्री निशा भार्गव के कुशल हाथों में रहा।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर 'बंधु के मुख से' उपन्यास की लेखिका प्रतिभा जौहरी ने अपनी लेखन यात्रा के अनुभवों को उपस्थित श्रोताओं के साथ साझा किया ।


उन्होंने "बंधु के मुख से" उपन्यास में संयुक्त परिवार से एकल परिवारों में तब्दील होती इकाइयों की ओर संकेत करने के साथ-साथ समाज में आ रहे व्यापक बदलावों के परिप्रेक्ष्य में लिखी गई इस कथा में पिछले 80 वर्षों में चार पीढ़ियों के सामाजिक, सांस्कृतिक परिवर्तनों को गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान की है जिससे वर्तमान समय में और आने वाले कल में पारंपरिक पारिवारिक मूल्यों की समझ विकसित की जा सके।


कार्यक्रम में कविताओं की प्रस्तुति भी दी गई जिसमें बसंत ऋतु और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के थीम पर आधारित रचनाओं का पाठ किया गया।
इस मौके पर कवयित्री मंजू गुप्ता, निशा भार्गव, मृदुला भटनागर, डॉ. नलिनी जोशी, डॉ. रीता सिन्हा, आभा कुलश्रेष्ठ और सरला मिश्रा ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।


कविता सत्र के संचालन का दायित्व भारती त्रेहन ने बखूबी निभाया।
समारोह में बालभवन की पूर्व निदेशक डॉ.मधु पंत, शिक्षाविद् और लेखिका डॉ स्नेह प्रभा, इंजीनियर अमोल प्रचेता, एम.एम.टी.सी.के पूर्व महा निदेशक आर.एन.सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
छायाकार- प्रेम मिश्र
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