मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंस संस्थान (मेड्स) देश में नंबर-1, विभिन्न प्रतिष्ठित मैगजीन के सर्वे में आया सामने
विभिन्न प्रतिष्ठित मैगजीन की ओर से देशभर में कराए गए सर्वे में केजरीवाल सरकार के मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज को देश के सभी डेंटल संस्थानों में पहली रैंकिंग मिली है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि दिल्ली का मौलाना आजाद डेंटल कॉलेज इससे पूर्व में भी पहले स्थान पर रहा है। यह एक गर्व का विषय है। इससे पता चलता है कि संस्थान और दिल्ली सरकार स्वास्थ्य प्रणाली में अग्रसर रहने के लिए लगातार प्रयासरत है। साथ ही लगातार विद्यार्थियों और मरीजों के हित में कदम उठाए जा रहे है। स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कड़ी मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल करने के लिए मौलाना आजाद दंत विज्ञान संस्थान की सराहना की है।

सबसे अच्छे दंत चिकित्सा संस्थानों में एक है मेड्स
मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज की स्थापना साल 2003 में हुई थी। ये नई दिल्ली में स्थित सबसे अच्छे दंत चिकित्सा संस्थानों में से एक है। यहां छात्रों को दंत चिकित्सा सीखने का एक अनूठा अनुभव प्रदान किया जाता है। ये अपनी बेहतर शिक्षा, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है। इस कॉलेज में आधुनिक प्रयोगशालाओं के साथ शिक्षण सुविधा दी जाती है। ये कई दंत शिक्षा विशेषताओं में पाठ्यक्रम प्रदान करता है। जून 2023 के “द वीक” और “इंडिया टूडे” जैसी प्रतिष्ठित मैगजीन के सर्वे के अनुसार मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंस (मेड्स) को देशभर का बेस्ट डेंटल इंस्टीट्यूट घोषित किया गया है।

एक दशक से लगातार पहले नंबर पर बना हुआ है केजरीवाल सरकार का डेंटल कॉलेज
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार के अधीन आने वाला मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंस (मेड्स) दशकों से दिल्ली की जनता की सेवा करता आ रहा है। इसी के साथ एक दशक से भी ज्यादा समय से देश में नंबर एक डेंटल कॉलेज के स्थान पर बना हुआ है। मेड्स को देश का नंबर एक डेंटल इंस्टीट्यूट बनाने के पीछे वर्षों की मेहनत है। यह दिल्ली के लोगों के लिए सौभाग्य की बात है कि राजधानी में मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंस में छात्रों को राष्ट्रीय स्तर पर सबसे अच्छा पढ़ाई का माहौल मिलता है। केजरीवाल सरकार की हमेशा से यही कोशिश रही है कि मेड्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर की पढ़ाई के साथ छात्रों को ऐसा माहौल मिले कि वे तरक्की की राह पर चलें और जनसेवा में अपना योगदान दें।


ReplyForward
टिप्पणियाँ