नेत्रदान


नेत्रदान का अत्यधिक महत्व है। किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के लगभग 6 से 8 घंटे के अन्दर नेत्रदान व अंगदान किए जा सकते हैं । आज यहां प्रताप नगर, मयूर विहार फेस 1 मे अविनाश कुमार जैन की मृत्यु उपरांत परिवार ने उनके नेत्रदान किए ।


तरुण मित्र परिषद के महासचिव अशोक जैन ने बताया कि परिषद के प्रयास से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की टीम द्वारा प्रत्यारोपण हेतु नेत्र लिए गए । यही नेत्र 4 दृष्टिहीन व्यक्तियों को प्रत्यारोपित किए जाएंगे जिससे वे इस सुनहरे संसार को पुनः देख पाएंगे।
अशोक जैन
महासचिव, तरुण मित्र परिषद
टिप्पणियाँ