सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता स्व.वी. शेखर की स्मृति में रचना पाठ संपन्न

सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं के बौद्धिक एवं सांस्कृतिक मंच "कवितायन" तथा अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक संस्था "उद्भव" के संयुक्त तत्वावधान में सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता वी.शेखर की स्मृति में एक काव्य संध्या का आयोजन नई दिल्ली स्थित हिंदी भवन के सभागार में किया गया।



श्रेष्ठ व्यक्तित्व और कृतित्व के स्वामी वी.शेखर का पिछले वर्ष कोरोना काल में असामयिक निधन हो गया था, इसी संदर्भ में उनकी सामाजिक सेवाओं,भारतीय भाषाओं के प्रति निष्ठा और कला एवं संस्कृति के प्रति समर्पण को देखते हुए यह आयोजन कवितायन" और "उद्भव" संस्था ने बड़े मनोयोग और समर्पण के साथ किया।

समारोह में देश-दुनिया के प्रतिष्ठित लेखक एवं शिक्षाविद डॉ. अशोक पांडेय मुख्य अतिथि तथा वरिष्ठ साहित्यकार-पत्रकार और व्यवसायी डॉ.बी.एल. गौड़ अध्यक्ष के रूप में मंच पर विराजमान थे।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ हिंदी सेवी और अधिवक्ता दर्शनानंद गौड़, सर्वोच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के सचिव राहुल कौशिक, अंतरराष्ट्रीय पत्रिका गगनांचल के संपादक डॉ. आशीष कन्धवे मंच पर उपस्थित थे।

मंच का संचालन संयुक्त रुप से कवितायन" के महासचिव चंद्रशेखर आश्री और उद्भव के महासचिव साहित्यकार-कवि डॉ. विवेक गौतम ने किया।

स्वर्गीय वी.शेखर की स्मृति में मुख्य अतिथि डॉ. अशोक पांडेय और अध्यक्ष डॉ. बी. एल. गौड़ के साथ-साथ विशिष्ट अतिथियों ने भी उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला, उनके साथ बीते हुए पलों और घटनाओं को पुनर्जीवित किया।

इसी क्रम में सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं ने अपनी अपनी कविताएं प्रस्तुत कीं जिनमें दिलदार देहलवी, अश्विनी भारद्वाज, अभिषेक अत्रेय, जितेंद्र सिंह, मोनिका कपूर, सविता सिंह,जे.बी. मुद्गल और पवन कुमार प्रमुख थे।
 "उद्भव" की ओर से भी कुछ महत्वपूर्ण रचनाकारों ने अपनी कविताओं का पाठ किया जिनमें श्रद्धा पांडेय, संजय जैन,शोभना मित्तल, आभा चौधरी और प्रतुल वशिष्ठ प्रमुख थे।

कार्यक्रम के अंत में आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता और स्वर्गीय वी. शेखर के सुपुत्र शशांक शेखर ने किया।

रिपोर्ट-डॉ.विवेक गौतम
छायाकार - अनिल मिश्र प्रेम
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