बैंक ऑफ महाराष्‍ट्र और एनसीपीआई फिनटेक एन्‍गेजमेन्‍ट हेतु एकसाथ आए
बैंक ऑफ महाराष्‍ट्र देश के सार्वजनिक क्षेत्र का अग्रणी बैंक है। अपने प्रधान कार्यालय में फिनटेक एन्‍गेजमेन्‍ट सेशन की सुविधा हेतु बैंक ने एनसीपीआई से हाथ मिलाया। कार्यपालक निदेशकगण ए. बी. विजयकुमार और आशीष पाण्डेय ने कार्यक्रम की अध्‍यक्षता की। नलिन बन्‍सल, चीफ ऑफ कार्पोरेट एंड फिनटेक रिलेशनशिप्‍स एंड की इनिशिएटिव, एनसीपीआई भी इस सेशन में उपस्थित थे। कार्यक्रम में सभी महाप्रबंधकगण, बैंक की डिजिटल व आईटी टीम उपस्थित थी तथा सभी अंचल प्रबंधकगण वर्चुअल रूप से जुड़े। आठ फिनटेक स्‍टार्ट-अप्‍स/ कंपनियों यथा 42 कार्ड्स, डाटासूत्रम, फिनवू, डीलसेफ, एमओएफवायडीए, फोरटिएट, राइज रिटेल एंड पेमेंट सोल्यूशन और लैण्डपार्टनर्स ने एन्‍गेजमेन्‍ट सेशन के दौरान सहभाग लिया।



ए. बी. विजयकुमार, कार्यपालक निदेशक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र में तकनीक पर ध्‍यान केन्द्रित करना समय की मांग है और यह न केवल बैंक के लिए बल्कि राष्‍ट्र निर्माण की प्रक्रिया के लिए भी आवश्‍यक है। एनसीपीआई के साथ हाथ मिलाते हुए हमें बेहद प्रसन्‍नता हो रही है। एनपीसीआई इसकी विभिन्‍न सेवाओं यथा यूपीआई, नैच, रुपे, आधार समर्थित भुगतान प्रणाली इत्‍यादि के उपयोग और बैंकिंग संव्‍यवहारों के लिए ऑक्सिजन का कार्य करता है। श्री विजयकुमार ने कहा कि पीएसबी राजकोषीय धन में व्‍यवहार करते हैं अत: समाधान लागत प्रभावी होने चाहिए। उन्‍होंने यह भी बताया कि वित्‍तीय वर्ष 2022-23 बैंक ऑफ महाराष्‍ट्र के लिए डिजिटल वर्ष होगा।

आशीष पाण्डेय, कार्यपालक निदेशक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने 1 एप्रिल, 2022 से आरंभ हुए और दो सप्‍ताह तक चलने वाले शानदार फिनटेक महोत्‍सव की बेहतरीन पहल करने के लिए बैंक की डिजिटल बैंकिंग और आईटी टीम की प्रशंसा की। आशीष पाण्डेय ने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी प्रगतिशील संगठन की अपनी व्‍यवसाय योजनाएं होती हैं, जो इसके संगठनात्‍मक लक्ष्‍यों की प्राप्ति के लिए विभिन्‍न संसाधनों और तकनीक पर निर्भर होती हैं। उन्‍होंने आगे कहा कि तकनीक और व्‍यावसायिक निर्णय समुचित संरचना, व्‍यक्ति और प्रक्रिया का उपयोग कर वांछित परिणाम प्राप्‍त करने के लिए आंतरिक और बाह्य दोनों ही डाटा पर आधारित होते हैं। श्री आशीष पाण्‍डेय ने यह भी कहा कि बैंक ऐसे क्षेत्रों का अभिनिर्धारण कर रहा है जहां तकनीकी /फिनटेक इंटरवेन्‍शन अपेक्षित होंगे और तदनुसार फिनटेक एन्‍गेजमेन्‍ट को उनकी विशेषज्ञता के अनुसार आगे बढ़ाया जाएगा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नलिन बन्‍सल, चीफ ऑफ कार्पोरेट एंड फिनटेक रिलेशनशिप्‍स एंड की इनिशिएटिव, एनसीपीआई ने यह सार्थक और महत्वपूर्ण पहल करने के लिए बैंक ऑफ महाराष्‍ट्र की सराहना की। यह अपने आप में अनूठी पहल है जो कार्यान्वयन से पूर्व विवचना पर ध्यान केंद्रित करती है। उन्‍होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि साझेदारियों के माध्यम से ग्राहकों की आवश्‍यकताओं की पूर्ति के लिए बैंकिंग प्रणाली को कैसे स्‍वयं को प्रबंधित करना आवश्‍यक है। भारत में फिनटेक्‍स के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है और लार्ज कैप्टिव मार्केटवाले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को शामिल करने से इकोसिस्‍टम और मजबूत बनेगा।
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