दिल्ली में प्रदूषण को कम करने को लेकर जरूरी कदम उठाने के लिए कल संबंधित विभागों के साथ करेंगे संयुक्त बैठक- गोपाल राय







  • दिल्ली के लोगों को प्रदूषण से राहत देने के लिए और क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस पर किया जाएगा विचार-विमर्श
  • वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण पड़ोसी राज्यों में पराली का जलना है और पराली जलने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं
  • हमने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से इमरजेंसी बैठक बुलाने का निवेदन किया है, ताकि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश की सरकारें पराली जलने की घटनाओं को कम करने के लिए इमरजेंसी कदम उठाएं
  • केंद्र सरकार से अपील है कि पड़ोसी राज्यों की तत्काल बैठक बुलाई जाए, ताकि पराली की समस्या का समाधान निकाला जा सके
  • पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सुप्रीम कोर्ट के पास धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सड़क पर किए जा रहे पानी के छिड़काव का किया निरीक्षण
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज तिलक मार्ग स्थित सुप्रीम कोर्ट के पास धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सड़क पर किए जा रहे पानी के छिड़काव का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण को कम करने को लेकर जरूरी कदम उठाने के लिए कल दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी, एमसीडी, डीडीए, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग समेत सभी संबंधित विभागों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें विचार-विमर्श किया जाएगा कि लोगों को प्रदूषण से राहत देने के लिए और क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं? पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण पड़ोसी राज्यों में पराली का जलना है। इसलिए हमने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से इमरजेंसी बैठक बुलाने का निवेदन किया है, ताकि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश की सरकारें पराली जलने की घटनाओं को कम करने के लिए इमरजेंसी कदम उठाएं। केंद्र सरकार से अपील है कि पड़ोसी राज्यों की तत्काल बैठक बुलाई जाए, ताकि पराली की समस्या का समाधान निकाला जा सके।

तिलक मार्ग पर सुप्रीम कोर्ट के पास सड़क पर हो रहे पानी के छिड़काव का निरीक्षण करने पहुंचे पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अभी दिल्ली के अंदर प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है। वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण पड़ोसी राज्यों में पराली का जलना है। अभी पराली जलने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और उसमें कोई कमी नहीं आ रही है। इसीलिए हमने कल केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से निवेदन किया है कि इस संबंध में एक इमरजेंसी बैठक बुलाई जाए। जिससे कि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश की सरकारें इमरजेंसी कदम उठाएं और पराली जलने की घटनाओं को कम किया जा सके। इसके अलावा, दिल्ली के अंदर दिल्ली सरकार के स्तर पर सड़कों पर पानी का छिड़काव युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। दिल्ली के अंदर अलग-अलग जगहों पर 114 टैंकर पानी के छिड़काव का काम कर रहे हैं।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी, एमसीडी, डीडीए, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग समेत सभी संबंधित विभागों की हमने कल संयुक्त बैठक बुलाई है। कल दोपहर 12 बजे दिल्ली सचिवालय में यह बैठक होगी। बैठक में इस बात पर विचार-विमर्श किया जाएगा कि दिल्ली के अंदर और क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं, जिससे कि दिल्ली के अंदर प्रदूषण को कम किया जा सके और दिल्ली के लोगों पर बढ़े प्रदूषण के प्रभाव को दूर किया जा सके।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि मैं केंद्र सरकार से पुनः मांग करना चाहता हूं कि तत्काल बैठक बुलाकर पराली जलाने के मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की जरूरत है। अगर ऐसा नहीं किया जाता है, तो पराली जलाने की घटनाएं बढ़ेंगी। क्योंकि किसानों के लिए बुआई का समय अब नजदीक आ रहा है। साथ ही, अगर हवा का रूख नहीं बदलता है, तो उसका प्रभाव दिल्ली पर होगा। इसके समाधान के लिए इन राज्यों के मंत्रियों के साथ तत्काल संयुक्त बैठक करने की जरूरत है। जिससे कि इसका समाधान निकाला जा सके।
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