"रामायण कॉन्क्लेव" गा़ज़ियाबाद संपन्न
रविवार शाम ग़ाज़ियाबाद के लोहिया नगर स्थित "हिंदी भवन" के सभागार में अयोध्या शोध संस्थान, संस्कृति तथा पर्यटन मंत्रालय, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित भव्य "रामायण कॉन्क्लेव" सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।




कार्यक्रम में भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ.अनिल अग्रवाल, पशुपालन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार अतुल गर्ग, ग़ाज़ियाबाद की मेयर आशा शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग मंच पर और सभागार में उपस्थित थे।

"अयोध्या शोध संस्थान" के निदेशक डॉ.लवकुश द्विवेदी ने मंचासीन सभी अतिथियों का अपने स्वागत भाषण, स्मृति चिन्ह,अंगवस्त्रम् द्वारा अभिनंदन किया ।

इसके पश्चात सांसद डॉ.अनिल अग्रवाल ने अपने संक्षिप्त एवं सारगर्भित संबोधन द्वारा रामराज्य की परिकल्पना को कैसे साकार किया जा सकता है, विषय पर अपने विचार रखे।
उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने भी रामराज्य की तुलना वर्तमान लोकतंत्र से की, लोक की शक्ति और कर्तव्यों के साथ शासन में लोगों की भागीदारी भी तय हो इस विषय पर केंद्रित अपने विचार, सभा के समक्ष प्रस्तुत किए।
ग़ाज़ियाबाद की मेयर आशा शर्मा ने राम की इच्छा के बगैर कुछ भी संभव नहीं, को केंद्र बिंदु बनाकर अपनी बातें रखीं ।

इस कॉन्क्लेव का विषय था "रामराज्य की परिकल्पना" जिस पर देश के अनेक प्रबुद्ध विद्वानों ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए।

कार्यक्रम में वार्ताकार की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कवि-पत्रकार एवं संपादक आशीष कंधवे ने। उन्होंने विषय को सार्थक विस्तार दिया और राम राज्य की परिकल्पना के तीन महत्वपूर्ण मूलतत्वों की ओर संकेत किया। इन्हीं मूलतत्वों को आधार बनाकर उपस्थित वक्ताओं ने अपना चिंतन और अपने विचार लोगों के बीच रखे ।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में "केंद्रीय हिंदी संस्थान" के प्रोफ़ेसर उमापति दीक्षित ने अपने ओजपूर्ण, विषयानुसार,सरस एवं समृद्ध उद्बोधन से सभागार में उपस्थित प्रभु राम अनुरागियों का अद्भुत मार्गदर्शन किया ।

इस वैचारिक महामंथन में वक्ता के रूप में हंसराज कॉलेज की प्राचार्या डॉ. रमा, अंबेडकर विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ.सत्यकेतु सांकृत एवं "उद्भव" सामाजिक,सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्था के अध्यक्ष डॉ. विवेक गौतम, "सन्मार्ग" अखबार की वरिष्ठ पत्रकार सर्जना शर्मा ने अपने सारगर्भित विचार प्रकट किए।

इस अवसर पर अनेक गणमान्य सामाजिक एवं समर्पित राम-सेवकों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित भी किया गया।

इस महत्वपूर्ण एवं सफल कार्यक्रम के लिए "अयोध्या शोध संस्थान" के निदेशक डॉ CGलवकुश द्विवेदी जो माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्य नाथ के निर्देशानुसार श्रीराम को जन-जन तक पहुंचाने के कार्य को कर रहे हैं, वे निश्चित ही बधाई के पात्र हैं।
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