सुप्रसिद्ध कवयित्री रूबी मोहन्ती की काव्य-कृति "ख्वाहिशों का मेन्यू कार्ड" लोकार्पित

कवयित्रियों में अपनी एक अलग पहचान रखने वाली तथा महिलाओं की लोकप्रिय पत्रिका "वनिता" की मुख्य उपसंपादक रूबी मोहन्ती के प्रथम कविता संग्रह "ख्वाहिशों का मेन्यू कार्ड" का लोकार्पण नयी दिल्ली स्थित  हिंदी भवन सभागार में 'परिचय साहित्य परिषद' की ओर से भव्यता पूर्वक सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय हिंदी संस्थान के उपाध्यक्ष अनिल जोशी एवं प्रसिद्ध भाषा विज्ञानी तथा उ.प्र.हिंदी संस्थान के पू.का.सदस्य डॉ.शंकर लाल शर्मा क्षेम थे।






समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अशोक मैत्रेय ने की।जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में अंतर्राष्ट्रीय कवि,कमेंटेटर वरिष्ठ ग़ज़लकार लक्ष्मी शंकर वाजपेयी और भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद् की अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका 'गगनांचल' के साथ-साथ प्रतिष्ठित पत्रिका "आधुनिक साहित्य" के संपादक-कवि डॉ. आशीष कंधवे मंचासीन थे।

मुख्य वक्ताओं में दोहाकार नरेश शांडिल्य, कथाकार,कवयित्री-समीक्षक  अलका सिन्हा, कवयित्री-कथाकार डॉ. सुषमा गुप्ता एवं सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एवं वैमानिकी विशेषज्ञ डॉ. दिवाकर गोयल सम्मिलित थे।

इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने लोकार्पित कृति और कवयित्री रूबी मोहन्ती के लेखन व व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। 

कार्यक्रम का संयत और सफल संचालन 'परिचय साहित्य परिषद' के महासचिव कवि अनिल "मीत" ने किया। 

महिला पत्रिका वनिता की संपादक इंदिरा राठौर ने कविताओं से इतर रूबी मोहन्ती के व्यक्तित्व के मानवीय पहलुओं को अपने वक्तव्य का विषय बनाया। 

इस अवसर पर, "विष्णु प्रभाकर स्मृति संस्थान" से अतुल प्रभाकर, "वयम"संस्था के कोषाध्यक्ष तारा चंद नादान, सचिव चर्चित ग़ज़लकार शशिकांत, प्रसिद्ध वरिष्ठ कवयित्री ममता किरण, "अंतस" की संयोजक पूनम माटिया, डॉ. आरती स्मित, "नवांकुर साहित्य सभा" के अध्यक्ष अशोक कश्यप, "हंस" पत्रिका के पूर्व संपादक संगम पांडेय, "नवभारत टाइम्स" के फ़ीचर संपादक चंद्रभूषण, "पोएट्री सर्किल दिल्ली" के अध्यक्ष प्रेम बिहारी मिश्र, दैनिक नवोदय टाइम्स के चैनल एडिटर आशुतोष त्रिपाठी, केंद्रीय हिंदी शिक्षण केंद्र के निदेशक डॉ. दीपक पांडेय, प्रसिद्ध ग़ज़लकार ओमप्रकाश यती, "साहित्य सेवा" के अध्यक्ष जगदीश मीणा,चर्चित चित्रकार हर्षवर्धन आर्य, वनिता पत्रिका के सीनियर सब-एडीटर गोपाल सिन्हा, हिंदी निदेशालय की पत्रिका 'राजभाषा' के संपादक डॉ. धनेश द्विवेदी सहित अनेक साहित्यकार और किताबों की दुनिया से जुड़े व्यक्तित्व उपस्थित थे। 

अतिथियों का स्वागत कवि मनोज अबोध, प्रतीक वर्मा, मनीष और सीमा रानी ने किया। इस अवसर पर गुरुग्राम की साहित्यिक संस्था 'परम्परा' की ओर से अध्यक्ष राजेंद्र निगम राज और इंदु निगम राज ने अंगवस्त्र और उपहार प्रदान कर कवयित्री रूबी मोहन्ती को सम्मानित किया।
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