![चित्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjjDbvF5HzAIe8Vcxfv93LeH27Cv68w13X70WXg3x29iNru3dF2LHl_jxt2C0FGRqZoG01NZ_a8FAc5uGmCWM_hGK5VoyWaOMQ5L0e0wgum4vrgeHcUI_t1J0QAIhQodeetCmTxMOGHbkZ45VeHS9IxWdBd_WzkdffDhyphenhyphennNId1wiuEAT6-d91NK1f1TP6c/s320/Yoga%20Day.jpeg)
![चित्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjjDbvF5HzAIe8Vcxfv93LeH27Cv68w13X70WXg3x29iNru3dF2LHl_jxt2C0FGRqZoG01NZ_a8FAc5uGmCWM_hGK5VoyWaOMQ5L0e0wgum4vrgeHcUI_t1J0QAIhQodeetCmTxMOGHbkZ45VeHS9IxWdBd_WzkdffDhyphenhyphennNId1wiuEAT6-d91NK1f1TP6c/s320/Yoga%20Day.jpeg)
भारत की अग्रणी जलविद्युत कंपनी एनएचपीसी के पास अपनी सक्षम जनशक्ति है जिसने अपने 180 मेगावाट बैरा स्यूल पावर स्टेशन का सफलतापूर्वक स्वदेशी रूप से नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण करके वाणिज्यिक प्रचालन शुरू किया है । बैरा स्यूल पावर स्टेशन एनएचपीसी का पहला पावर स्टेशन है जो 1 अप्रैल 1982 से वाणिज्यिक प्रचालन कर रहा था और इसने 35 वर्षों का उपयोगी जीवन काल पूरा कर लिया था । तीनों यूनिटों का नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। एनएचपीसी ने 29.12.2019 के 00:00 बजे और 07.11.2020 के 00:00 बजे क्रमशः यूनिट #2 और यूनिट # 1 का वाणिज्यिक प्रचालन शुरू कर दिया है । तीसरी यूनिट (यूनिट #3) को 31.08.2021 के 00:00 बजे वाणिज्यिक प्रचालन के लिए घोषित किया गया है । इस प्रकार, आर एंड एम कार्यों को पूरा करने के पश्चात, एनएचपीसी ने बैरा स्यूल पावर स्टेशन की सभी तीन यूनिटों (3 x 60 मेगावाट) का वाणिज्यिक प्रचालन शुरू कर दिया है।
आर एंड एम कार्यों को पूरा करने के पश्चात, बैरा स्यूल
पावर स्टेशन का जीवन काल अब और 25 वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया है। एनएचपीसी की उच्च
स्तर की तकनीकी निपुणता और अपने निरंतर प्रयासों
से प्राप्त तकनीकी विशेषज्ञता ने इस उपलब्धि को प्राप्त करने में अहम भूमिका निभाई है ।