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विशेष विमान से पहुंचा ऑक्सीजन जनरेटर्स और रेस्पेरेटर्रस
ऐसी और उड़ानों के जरिये आपात चिकित्सा सहायता पहुंचायी जायेगी । इसमें समूह एवं व्यक्तिगत आक्सीजन संयंत्र, श्वसन में सहायक उपकरण, दवा सहित अतिरिक्त चिकित्सा उपकरण शामिल हैं ।
इजराइल के राजदूत रॉन माल्का ने कहा, ‘‘जरूरत के इस समय में दोनों लोकतंत्र मजबूती से साथ साथ खड़े हैं । इजराइल हमारे मित्र भारत को इस जटिल और कठिन समय में सहायता का हाथ बढ़ा रहा है। कोविड-19संकट के समय हमारी मित्रता और सहयोग मजबूत है और यह अधिक मजबूत होगा । भारत के साथ इस वैश्विक महामारी के खिलाफ संयुक्त लड़ाई को लेकर सहयोग को मैं काफी महत्वपूर्ण मानता हूं ।’’
दूतावास ने कहा कि भारत-इजरायल के विदेश मंत्रालय, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद, स्वास्थ्य मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और नियंत्रण केंद्र के बीच इज़राइल में भारतीय दूतावास के साथ पूर्ण समन्वय के साथ सहयोग के कारण ही चिकित्सा उपकरणों का "व्यापक वितरण" संभव हो सका है। भारत की सहायता के लिए इजरायल ने एक टास्क फोर्स का गठन किया था। जिसको कई निजी संस्थाएं, इजरायली कंपनियां, गैर सरकारी संगठन और इजरायल के लोगों का साथ मिला है।
दूतावास ने कोविड-19 की पहली लहर के दौरान भारत द्वारा इजराइल की सहायता का भी उल्लेख करते हुए कहा कि "अब इज़राइल इस महत्वपूर्ण प्रतिफल को प्राप्त करने पर गर्व करता है"।
भारत कोरोना वायरस महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर से जूझ रहा है, दुनिया भर के कई देश इस स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा आपूर्ति भेज रहे हैं। जिन प्रमुख देशों ने भारत को सहायता देने की घोषणा की है, उनमें अमेरिका, रूस, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लक्समबर्ग, सिंगापुर, पुर्तगाल, स्वीडन, न्यूजीलैंड, कुवैत और मॉरीशस शामिल हैं। इनमें कई देशों ने पहले ही आपूर्ति की है।