स्टेट बैंक ने होम लोन कारोबार में 5 लाख करोड़ रुपए के आंकड़े को पार किया

 

  • वित्त वर्ष 2024 तक होम लोन सेगमेंट में 7 लाख करोड़ का ऋण वितरित करने का अनुमान
  • पिछले दशक में 5 गुना बढ़ा बैंक का होम लोन पोर्टफोलियो
  • हर दिन औसतन 1000 होम लोन ग्राहकों को अपने साथ जोड़ता है बैंक
  • बैंक के होम लोन की ब्याज दर की शुरुआत प्रति वर्ष 6.80 प्रतिशत से
  • होम लोन पूछताछ के लिए मिस्ड कॉल की सुविधा
  • प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2 लाख होम लोन मंजूर

होम लोन सेगमेंट में नेतृत्व की अपनी स्थिति को बरकरार रखते हुए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने होम लोन कारोबार में 5 ट्रिलियन (5 लाख करोड़ रुपए) का आंकड़ा पार करते हुए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। बैंक का लक्ष्य वित्त वर्ष 2024 तक 7 ट्रिलियन (7 लाख करोड़ रुपए) का ऋण वितरित करने का है।

एसबीआई की रियल एस्टेट और हाउसिंग बिजनेस इकाई ने पिछले 10 वर्षों में 5 गुना बढ़ोतरी दर्ज की है। 2011 में इसका एयूएम 89000 करोड़ रुपए था, जो 2021 में 5 ट्रिलियन रुपए हो गया है। महामारी के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान रियल एस्टेट सेक्टर में भारी गिरावट के बावजूद अब होम लोन व्यवसाय में अच्छी वृद्धि दर्ज की जाने लगी है। एसबीआई ने दिसंबर 2020 में होम लोन में ऐसी शानदार सोर्सिंग, मंजूरी, संवितरण, और वृद्धि देखी, जो बैंक ने इससे पहले कभी दर्ज नहीं की थी। बैंक ने नए होम लोन के लिए एक नई सुविधा भी शुरू की है, जिसमें ग्राहक होम लोन के बारे में सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए 7208933140 पर एक मिस्ड कॉल दे सकते हैं।

एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा, ‘‘यह भारतीय स्टेट बैंक के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और यह असाधारण उपलब्धि ग्राहकों के विश्वास के कारण है, जो उन्होंने बैंक के प्रति निरंतर व्यक्त किया है। हमें लगता है कि व्यक्तिगत सेवा के साथ-साथ टैक्नोलाॅजी का इस्तेमाल करना वर्तमान परिदृश्य में महत्वपूर्ण है। बैंक होम लोन डिलीवरी के क्षेत्र में दक्षता में सुधार करने के लिए विभिन्न डिजिटल पहलों पर भी काम कर रहा है, साथ ही एक अनूठा इंटीग्रेटेड प्लेटफाॅर्म रिटेल लोन मैनेजमेंट सिस्टम (आरएलएमएस) भी विकसित कर रहा है, जो शुरू से आखिर तक डिजिटल साॅल्यूशन प्रदान करेगा। हमें यह बताते हुए भी खुशी का अनुभव हो रहा है कि एक अच्छी तरह से फोकस विजन को अपनाकर और इसे राष्ट्रीय प्राथमिकता का काम मानकर स्टेट बैंक होम लोन सेगमेंट में मार्केट लीडर बन गया है। हमने हमेशा होम लोन को राष्ट्र के विकास में अग्रणी भूमिका निभाने वाला माना है, हम इसे सिर्फ एक ट्रांजेक्शन के रूप में नहीं देखते। हम एसबीआई में, ग्राहकों की खुशी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे, ताकि बैंक निरंतर नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ता रहे।’’

अपने इच्छित घर का मालिकाना अधिकार हासिल करने के सपने देखने वाले ग्राहकों के लिए एसबीआई किफायती आवास सुविधा सुलभ बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। बैंक कस्टमाइज्ड होम लोन की सुविधा भी प्रदान कर रहा है, ताकि लोगों की विभिन्न जरूरतों को पूरा किया जा सके। जैसे- रेग्युलर होम लोन, सरकारी कर्मचारियों के लिए एसबीआई प्रिविलेज होम लोन, सेना और रक्षा कर्मियों के लिए एसबीआई शौर्य होम लोन, एसबीआई मैक्सी गेन होम लोन, एसबीआई स्मार्ट होम, मौजूदा ग्राहकों के लिए टाॅप अप लोन, एसबीआई एनआरआई होम लोन, उच्च राशि के लोन के लिए एसबीआई फ्लेक्सीपे होम लोन और महिलाओं के लिए एसबीआई हर घर होम लोन।

प्रधान मंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) सब्सिडी की प्रोसेसिंग के लिए आवास और शहरी विकास मंत्रालय द्वारा केंद्रीय नोडल एजेंसी (सीएनए) के रूप में एसबीआई एकमात्र नामित बैंक भी है। सरकार द्वारा 2022 तक सभी के लिए आवास के प्रमुख कार्यक्रम का समर्थन करने के लिए एसबीआई ने पीएमएवाई के तहत होम लोन का लगातार विस्तार किया है और दिसंबर 2020 तक 1,94,582 होम लोन स्वीकृत किए हैं।

6.80 फीसदी प्रति वर्ष से शुरू होने वाली ब्याज दरों के साथ स्टेट बैंक होम लोन सेगमेंट में 34 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी रखता है। औसतन, बैंक प्रतिदिन लगभग 1000 होम लोन ग्राहकों को अपने साथ जोड़ता है, जो किफायती आवास के प्रति एसबीआई की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बैंक द्वारा स्वीकृत परियोजनाओं में होम लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए एसबीआई ने मार्च 2021 तक प्रोसेसिंग शुल्क पूरी तरह से माफ कर दिया है। बैंक होम लोन व्यवसाय के केंद्रित विकास को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है और होम लोन लेने की प्रक्रिया को सरल और आसान बनाने के साथ होम लोन ग्राहकों के साथ आगे भी जुड़ाव रखने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है।

इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए एसबीआई एआई, क्लाउड, ब्लॉकचैन, मशीन लर्निंग को लागू करने पर भी विचार कर रहा है, जिसके माध्यम से न केवल बैंक के होम लोन व्यवसाय बल्कि अन्य व्यवसायों को भी आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है। बैंक होम लोन के लिए एक को-लेंडिंग मॉडल शुरू करने के लिए कमर कस रहा है, जो असंगठित क्षेत्र में एसबीआई की मौजूदगी को बढ़ाने में सहायक साबित होगा। अत्याधुनिक टैक्नोलाॅजी का उपयोग, शाखाओं का एक विशाल नेटवर्क, 215 केंद्रों मंे स्थित सेंट्रल प्रोसेसिंग सेंटर्स (सीपीसी), बैंक के डिजिटल और लाइफस्टाइल प्लेटफॉर्म योनो और अन्य उपायों के जरिये बैंक ने होम लोन कारोबार में 5 ट्रिलियन रुपए के आंकड़े को पार करने में सफलता हासिल की है।

एसबीआई बिल्डरों के साथ सहयोग को मजबूत करने पर लगातार ध्यान केंद्रित कर रहा है ताकि वह घर खरीदारों के लिए अधिक विकल्पों की पेशकश कर सके। इसके अलावा, बैंक ग्राहकों के लिए होम लोन की यात्रा को सुगम बनाने के लिए अपने परिचालन और वितरण प्लेटफार्मों में नवीनतम तकनीक को लगातार विकसित कर रहा है।

सभी उपायों के माध्यम से स्टेट बैंक के होम लोन मार्केट शेयर में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके अलावा, इस खंड में सबसे कम डिफॉल्ट दर है जो उत्कृष्ट संपत्ति की गुणवत्ता का संकेत देती है और जिससे बैंक की आय में अच्छा योगदान होता है। स्टेट बैंक ने 2004 में 17000 करोड़ रुपए के साथ होम लोन व्यवसाय में प्रवेश किया था। बाद में वर्ष 2012 में एक अलग रियल एस्टेट एंड हाउसिंग बिजनैस यूनिट (आरईएचबीयू) अस्तित्व में आई, जिसका पोर्टफोलियो था 1 लाख करोड़ रुपए। वित्त वर्ष 2014 में एसबीआई होम लोन सेगमेंट में मार्केट लीडर बन गया और तब से इस सेगमेंट में बैंक निरंतर आगे बढ़ रहा है और हाल ही जनवरी 2021 में बैंक ने होम लोन कारोबार में 5 लाख करोड़ रुपए के आंकड़े को पार करते हुए महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।

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