बिश्वजीत बासु ने निदेशक (परियोजनाएं),एनएचपीसी का पदभार ग्रहण किया


 बिश्वजीत बासु ने 1 जनवरी 2021 को भारत की अग्रणी जलविद्युत कंपनी और भारत सरकार की एक अनुसूची '' उद्यम, एनएचपीसी लिमिटेड में निदेशक (परियोजनाएं) के रूप में पदभार ग्रहण किया गया है । निदेशक (परियोजनाएं) के रूप में उनकी नियुक्ति से पहले, श्री बासु एनएचपीसी के परियोजना निगरानी और सहायता समूह विभाग के मुख्य महाप्रबंधक का पदभार संभाल रहे थे ।

30 दिसंबर, 1963 को जन्मे, बिश्वजीत बासु त्रिपुरा इंजीनियरिंग कॉलेज (अब एनआईटी, अगरतला) से  इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग स्नातक  डिग्री धारक हैं । श्री बासु ने एनएचपीसी लिमिटेड में लोकतक पावर स्टेशन से प्रशिक्षु इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल) के रूप में वर्ष 1987 में अपनी सेवा की शुरुआत  की और  एनएचपीसी में अपनी  प्रोफेशनल दक्षता में तेजी से प्रगति करने हुए इस उच्च पद पर पंहुचे हैं ।

एनएचपीसी में लगभग 33 वर्षों के अपने करियर के दौरान, निर्माण और ओएंडएम चरणों के दौरान विभिन्न परियोजनाओं में कार्य किया है । श्री बासु ने निर्माण  चरण के दौरान जिन परियोजनाओं में कार्य किया है उनमें कुरिचू (60 मेगावाट, भूटान), चमेरा- II (300 मेगावाट, हिमाचल प्रदेश), सुबनसिरी लोअर (2000 मेगावाट, अरुणाचल प्रदेश और असम), सिप्पी (4 मेगावाट, अरुणाचल प्रदेश), लोकतक डाउन स्ट्रीम (66 मेगावाट, मणिपुर), दिबांग (2880 मेगावाट, अरुणांचल प्रदेश) शामिल हैं । इसके साथ ही, श्री बासु लोकतक (105 मेगावाट, मणिपुर), रंगित (60 मेगावाट, सिक्किम), चुटक (44 मेगावाट, केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख ), धौलीगंगा (280 मेगावाट, उत्तराखंड) जैसी ओएंडएम परियोजनाओं में भी तैनात रहे है ।  अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने परियोजना प्रमुख के रूप में चुटक पावर स्टेशन, लोकतक पावर स्टेशन, दिबांग बहुउद्देशीय परियोजना और धौलीगंगा पावर स्टेशन में कार्य किया है । कमीशनिंग के समय श्री बासु टीएलडीपी - III पावर स्टेशन के इंचार्ज थे। उन्होंने लोकतक डाउनस्ट्रीम हाइड्रोइलेक्ट्रिक कॉर्पोरेशन लिमिटेड  (एलडीएचसीएल) के सीईओ के रूप में भी अपनी सेवाएं प्रदान की है ।

बिश्वजीत बासु एनएचपीसी की सहायक कंपनी, लैंको  तीस्ता हाइड्रो पावर लिमिटेड (एलटीएचपीएल) के निदेशक मंडल के नामित निदेशक भी हैं । उन्होंने ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी प्रोग्राम के तहत श्री बसु  स्वीडन और फ्रांस में प्रशिक्षण के लिए गए थे ।

उन्हें अपनी तकनीकी उत्कृष्टता, मजबूत नेतृत्व कौशल और उच्चतम नैतिक मानकों के लिए जाना जाता है । श्री बासु एक जोशीले और उत्साही खिलाड़ी भी हैं । उन्होंने लोकतक पावर स्टेशन (1988- 1994) में अपने कार्यकाल के दौरान ऑल इंडिया पावर सेक्टर फुटबॉल टूर्नामेंट में एनएचपीसी की फुटबॉल टीम की कप्तानी की थी ।

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