सचिव (विद्युत) भारत सरकार का सुबनसिरी लोअर जलविद्युत परियोजना का दौरा


संजीव नंदन सहाय, सचिव (विद्युत), भारत सरकार ने 4 दिसंबर, 2020 को एनएचपीसी के सुबनसिरी लोअर जलविद्युत परियोजना  के विभिन्न  कार्य स्थलों पर चल रही निर्माण गतिविधियों की समीक्षा करने के लिए परियोजना का दौरा किया।  इस यात्रा के दौरान सचिव (विद्युत) के साथ नरेश कुमार, मुख्य सचिव अरुणाचल प्रदेश सरकार, ए.के. सिंह, सीएमडी एनएचपीसी, तन्मय कुमार, संयुक्त सचिव (हाइड्रो),  विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार,  पी. एस. लोखंडे, आयुक्त (विद्युत), अरुणाचल प्रदेश सरकार और रतीश कुमार, निदेशक (परियोजनाएं) एनएचपीसी भी मौजूद थे ।


परियोजना में आगमन पर, रतीश कुमार, निदेशक (परियोजनाएं) एनएचपीसी और विपिन गुप्ता, महाप्रबंधक (प्रभारी), सुबनसिरी लोअर परियोजना द्वारा सचिव (विद्युत) के साथ अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया गया। सचिव (विद्युत) को सीआईएसएफ यूनिट, सुबनसिरी लोअर जलविद्युत परियोजना द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया ।


इससे पहले, 3 दिसंबर 2020 को मोहनबाड़ी हवाई अड्डा, डिब्रूगढ़ में उनके आगमन पर, अरविन्द भट, कार्यपालक निदेशक, सुबनसिरी लोअर जलविद्युत परियोजना द्वारा सचिव (विद्युत) और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का  स्वागत किया गया।


सचिव (विद्युत) ने परियोजना के सभी स्थलों का दौरा किया और चल रही निर्माण गतिविधियों की प्रगति का निरीक्षण किया। प्रमुख कार्य संविदाकारों के प्रतिनिधियों ने व्यक्तिगत मोर्चों में निर्माण गतिविधियों की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने पावर हाउस के कार्यों की पुनः शुरुआत का भी उद्घाटन किया।


बाद में, सचिव (विद्युत) ने परियोजना के संबंध में एक समीक्षा बैठक ली, जिसमें सीएमडी, एनएचपीसी ने परियोजना में विभिन्न निर्माण गतिविधियों और एनएचपीसी द्वारा किए गए नदी संरक्षण कार्यों के बारे में जानकारी दी। यह आश्वासन दिया गया कि यह परियोजना मार्च 2022 तक चालू हो जाएगी।  सचिव (विद्युत) ने निर्धारित समय सीमा के अनुसार परियोजना को पूरा करने के लिए कार्मिकों को अधिक उत्साह से कार्य करने के लिए कहा।


सचिव (विद्युत) ने पिगरी, सेरीकल्चर और हैंडलूम के क्षेत्र में एनएचपीसी द्वारा शुरू की गई आजीविका पहलों के लिए पंजीकृत किसान-निर्माता कंपनियों द्वारा आयोजित एक प्रदर्शनी का भी दौरा किया। दौरा कर रहे गणमान्य व्यक्तियों ने डाउनस्टीम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए एनएचपीसी के प्रयासों और पहलों की प्रशंसा की ।


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