पार्टियों में जरा संभल खाएं ?
आजकल शादी विवाह के मौसम में अपने पेट के प्रति सावधानी रखने की आवश्यकता है ! पाटिया भी खूब चल रही है, तमाम प्रकार के सुरुचिकर व्यंजनों का भी खूब लुत्फ उठाया जा रहा है। इस दौरान थोड़ा संभल कर खाएं क्योंकि ऐसे अवसरों पर पेट की बीमारियों के होने की प्रबल संभावनाएं रहती हैं ! शादी ब्याह और पार्टियों में लोग अक्सर ज़रूरत से ज़्यादा खा लेते हैं ! इस दौरान पेट में खराबी होने के कारण शरीर में बहुत सी बीमारियां घर करने लगती हैं, जो हमेशा की समस्या बन जाती है और धीरे-धीरे सेहत गिरने लगती है । इस संबंध में हमने बात की होम्योपैथी के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ रूप कुमार बनर्जी जी से ! उन्होंने ने बताया की पेट खराब होने पर छोटी आंत में मौजूद बैक्टीरिया शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देते हैं। इससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है । यदि पेट में समस्या बनी रहती है तो इसका असर हमारी त्वचा पर दिखने लगता है। खुजली और मुहांसे जैसी समस्या ऐसे में आम हो जाती हैं। आंतों में खराब बैक्टीरिया जमा होने के कारण शरीर में न्यूट्रिएंट्स ठीक से अवशोषित नहीं हो पाते। ऐसे में वजन घटने लगता है । पेट खराब होने का असर सबसे ज्यादा हमारी प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है। प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने पर किसी भी तरह का बुखार और संक्रमण बड़ी आसानी से हमें घेरने लगता है। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता अनेक बीमारियों का कारण बनती चली जाती है। कब्ज एक बड़ी समस्या है, जिसका हमारी पाचन क्रिया पर सीधा असर पड़ता है। सही तरह से खाना न पचने से पाचन तंत्र बिगड़ जाता है, जिससे शरीर को जरूरी पोषण भी नहीं मिल पाता है। उन्होंने आगे बताया की यदि पाचन तंत्र सही तरह से काम न करे और खाना ठीक से न पचे तो कई बार गैस की समस्या पैदा हो जाती है, जो कई तरह की दिक्कतों को जन्म देती है।

उपाय :- पेट खराब होने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। ऐसी स्थिति में आप फलों का जूस और सब्जियों का रस भी ले सकते हैं। बेहतर होगा अगर पानी में लवण मिला हो। आप चाहें तो नीबू पानी, नमक-चीनी का घोल या फिर नारियल पानी ले सकते है, पेट के अच्छे स्वास्थ्य के लिए ताज़ी घर में बनी दही को अपने आहार में ज़रूर शामिल करें। इससे पेट में स्वास्थ्यवर्धक बैक्टीरिया बढ़ेंगे, पाचन ठीक होगा और पोषक तत्वों का अवशोषण होगा। यह बेकार बैक्टीरिया को भी खत्म करते हैं, जिससे शरीर से जहरीले पदार्थ बाहर निकलते हैं और शरीर का पाचन तंत्र दुरुस्त होता है, साबुत अनाज में फाइबर, विटामिन, मिनरल्स और पानी की अधिकता होती है। इसलिए इनके सेवन से पेट का स्वास्थ्य ठीक रहता है, मूंग दाल की खिचड़ी खाएं l स्वाद के लिए उसने नीबू रस डालें l साथ में आलू और कच्चा केला का भरता भी लें, पेट की गड़बड़ी से राहत दिलाने में अदरक भी काफी कारगर होता है। इसमें एंटीफंगल और एंटी-बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं, जो पेट दर्द में राहत देते हैं, पुदीना एक बेहद असरदार हर्ब है। सदियों से इसका इस्तेमाल पेट से जुड़ी समस्याओं के समाधान में किया जाता रहा है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट्स पाचन क्रिया को सुधारने में भी सहायक होते हैं, कई जगहों पर इसे श्रीफल के नाम से भी जाना जाता है। बेल फाइबर से युक्त होता है। इससे बना शरबत भी काफी गाढ़ा और फाइबर युक्त होता है। फाइबर पेट को बांधने का काम करता है, जिससे दस्त जल्दी ठीक हो जाते हैं। इस समय बेल मिलना थोड़ा मुश्किल है इसलिए बेल का मुरब्बा ले सकते हैं । यदि इन घरेलू चीजों से राहत नहीं मिल रही है तो समझ लें कि आपके पेट में संक्रमण अत्यधिक बढ़ गया है। ऐसे में आप चिकित्सकीय सलाह ज़रूर लें।  

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