एनएचपीसी लिमिटेड द्वारा दिनांक 22 व 23 दिसंबर, 2020 को दो दिवसीय अखिल राजभाषा सम्मेलन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर डॉ. सुमीत जैरथ, सचिव (राजभाषा), राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार मुख्य अतिथि थे। सचिव (राजभाषा) के साथ श्री बी.एल. मीना, निदेशक (कार्यान्वयन) तथा श्री के.पी. शर्मा, उप निदेशक (कार्यान्वयन) राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय भी सम्मेलन में उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री ए.के. सिंह, सीएमडी, एनएचपीसी, सभी निदेशकगण तथा निगम मुख्यालय के सभी विभागाध्यक्षों के साथ-साथ सभी परियोजनाओं, पावर स्टेशनों व कार्यालयों के प्रमुख भी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्मेलन से जुड़े थे। इस अवसर पर निगम में किए जा रहे राजभाषा कार्यों की संक्षिप्त प्रेजेंटेशन भी दी गई तथा इस अवसर पर सचिव (राजभाषा) ने निगम द्वारा हिंदी में तैयार की गई ‘एनएचपीसी- हरित प्रयासों से सतत जल विद्युत विकास’ पुस्तिका का विमोचन भी किया ।
माननीय सचिव (राजभाषा) ने अपने संबोधन में राजभाषा हिंदी की महत्ता के संबंध में बताते हुए कहा कि राजभाषा के प्रति लगाव और अनुराग राष्ट्र प्रेम का ही एक रूप है । उन्होंने राजभाषा के सफल कार्यान्वयन के लिए 10 ‘प्र’ यानि प्रेरणा, प्रोत्साहन, प्रेम, प्राइज़ अर्थात पुरस्कार, प्रशिक्षण, प्रयोग, प्रचार, प्रसार, प्रबंधन, प्रयास को विभाग की रणनीति में जोड़ते हुए राजभाषा के क्षेत्र में आगे बढ़ने का आह्वान किया। माननीय सचिव (राजभाषा) ने एनएचपीसी लिमिटेड द्वारा राजभाषा कार्यान्वयन के लिए किए जा रहे प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया । इस अवसर पर सचिव (राजभाषा) तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने निगम मुख्यालय में स्थापित अनुभव केंद्र का भी अवलोकन किया और एनएचपीसी लिमिटेड द्वारा राष्ट्र निर्माण के किए जा रहे कार्यों के लिए निगम की सराहना की । यह राजभाषा सम्मेलन दो दिन चलेगा और इसमें राजभाषा के विभिन्न पक्षों और आयामों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी ।
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