यूएई में अब 365 दिन प्रवासी भारतीयों को एक फोन कॉल पर मिलेगी कानूनी, मनोवैज्ञानिक और वित्तीय परामर्श की सुविधा
भारतीय राजदूत पवन कपूर ने प्रवासी भारतीय सहायता केंद्र के नए भवन का किया उदघाटन

 

केंद्र पांच भाषाओं अंग्रेजी, हिंदी, मलयालम, तमिल और तेलुगू में सुविधाएँ कराएगा उपलब्ध


संयुक्त अरब अमीरात में कार्यरत लाखों भारतीय श्रमिकों को अब परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। उनकी शिकायतों का समाधान बस एक फोन कॉल या व्हाट्सएप मैसेज के जरिए हो जाएगा। इसके लिए दुबई स्थित भारतीय दूतावास ने प्रवासी भारतीय सहायता केंद्र (पीबीएसके) को विस्तार देते हुए भारतीय वाणिज्य दूतावास में नया भवन उपलब्ध कराया है। जिसका उदघाटन रविवार को भारतीय राजदूत पवन कपूर ने महावाणिज्य दूत डॉ अमन पुरी की मौजूदगी में किया। यह केंद्र अब 24x7 टोल फ्री सेवा देने के अलावा मुफ्त कानूनी, मनोवैज्ञानिक और वित्तीय परामर्श की सेवा भारतीय नागरिकों को प्रदान करेगा।

 

इससे पहले, वॉक-इन सुविधा सप्ताह में केवल छह दिन शाम 7 बजे तक उपलब्ध थी। भवन के उद्घाटन के साथ ही केंद्र ने अपना टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर (800-भारत या 80046342) और व्हाट्सएप नंबर 00971543090571 भी जारी किया। यह केंद्र पांच भाषाओं अंग्रेजी, हिंदी, मलयालम, तमिल और तेलुगु में सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। इसके लिए नए सदस्यों की नियुक्त की गई है।

 

इससे पहले, वॉक-इन सुविधा सप्ताह में केवल छह दिन शाम 7 बजे तक उपलब्ध थी। भवन के उद्घाटन के साथ ही केंद्र ने अपना टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर (800-भारत या 80046342) और व्हाट्सएप नंबर 00971543090571 भी जारी किया। यह केंद्र पांच भाषाओं अंग्रेजी, हिंदी, मलयालम, तमिल और तेलुगु में सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। इसके लिए नए सदस्यों की नियुक्त की गई है।


 

कानूनी सहायता के लिए 7 वकीलों की नियुक्ति

यूएई में प्रवासी भारतीयों की न्यायीक मदद के लिए पीबीएसके ने कानूनी परामर्श सेवा को विस्तार देते हुए सात वकीलों को नियुक्ति किया है, जो अपनी सेवाएं देंगे। इसके तहत हर दिन मुफ्त में कानूनी सहायता प्रदान की जाएगी। इससे पहले अपॉइंटमेंट के आधार पर सप्ताह में केवल दो दिन कानूनी परामर्श की व्यवस्था थी।

 

मनोवैज्ञानिक परामर्श की व्यवस्था

यही नहीं नए पीबीएसके में प्रवासी भारतीयों की मनोवैज्ञानिक सहायता की भी व्यवस्था की जा रही है। इसके तहत सप्ताह में कम से कम तीन से चार दिन मनोवैज्ञानिक परामर्श की व्यवस्था रहेगी। वहीं इससे पहले यह व्यवस्था अपॉइंटमेंट के आधार पर सिर्फ दो से तीन दिन ही उपलब्ध थी।

 

क्या है पीबीएसके

पीबीएसके को पहले भारतीय कामगार संसाधन केंद्र (IWRC) के रूप में जाना जाता था, जिसने 2010 से 2014 तक यूएई के ज़रूरतमंद भारतीयों को सहायता प्रदान की। यह विदेश में भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया अपनी तरह का पहला सामुदायिक सहायता केंद्र था।  2014 आईडब्ल्यूआरसी केंद्र को दुबई के जुमेराह लेक्स टावर्स (जेएलटी) में स्थानांतरित कर दिया गया था। वहीं 2017 में शारजाह में इसकी एक और शाखा खोली गई। 2018 में आईडब्ल्यूआरसी केंद्र का नाम बदलकर पीबीएसके कर दिया गया था।

 

ऐसे करता है काम

पीबीएसके विभिन्न चैनलों के माध्यम से प्राप्त भारतीय नागरिकों के सभी शिकायतों को पंजीकृत करता है। कई मामलों का निस्तारण तुरंत कर दिया जाता है। गंभीर शिकायतों को अबू धाबी स्थित वाणिज्य दूतावास और भारतीय दूतावास को भेज दिया जाता है।

 

क्या कहते हैं अधिकारी

इस बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि 'प्रवासी भारतीय सहायता केंद्र (पीबीएसके) को भारतीय वाणिज्य दूतावास में स्थांतरित कर देने से भारतीय प्रवासी श्रमिकों की सभी कल्याण सेवाएं अब एक ही छत के नीचे आ गई हैं। इससे यहां रह रहे लाखों भारतीय श्रमिकों को किसी तरह की परेशानी होने पर एक फोन कॉल पर मदद मिल सकेगी।'

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