संयुक्त अरब अमीरात में बन रहे पहले हिंदू मंदिर की फाइनल डिजाइन की तस्वीरें जारी

संयुक्त अरब अमीरात में बन रहे पहले हिंदू मंदिर की फाइनल डिजाइन की तस्वीरें जारी, हिंदू महाकाव्यों और धर्मग्रंथों के दृश्य मंदिर के अग्रभाग को करेंगे सुशोभित, मंदिर में लगेंगे इटली के संगमरमर और राजस्थान के बलुआ पत्थर


संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबू धाबी में बन रहे पहले हिन्दू मंदिर के डिजाइन की तस्वीरें जारी कर दी गई हैं। तस्वीरों में हिंदू महाकाव्यों, धर्मग्रंथों, प्राचीन कथाओं और खाड़ी देशों में लोकप्रिय रूपांकनों के दृश्य मंदिर के अग्रभाग को सुशोभित करेंगे। इस संबंध में अबू धाबी स्थित भारतीय दूतावास के ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर जानकारी दी गई है। दूतावास ने 'भारत में आकार लेती अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर की जटिल नक्काशी' कैप्शन से ट्वीट कर एक मीडिया रिपोर्ट को भी शेयर किया है।

मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि अबू धाबी में हिंदू मंदिर निर्माण की संस्था बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) के प्रबंधन ने मंदिर की फाइनल डिजाइन और हाथ से नक्काशीदार पत्थर के स्तंभों की पहली छवियां जारी कर दी हैं। यही नहीं इसके साथ ही 4 मिनट 19 सेंकड का एक वीडियो भी जारी किया गया है। जिसमें मंदिर की नींव रखने से लेकर अब तक हुए निर्माण की तस्वीरें देखी जा सकती हैं।

क्या कहते हैं बीएपीएस के प्रवक्ता
इस बारे में बीएपीएस के प्रवक्ता अशोक कोटेचा ने कहा कि "यह पहली बार है जब अंतिम डिजाइन के दृश्य वीडियो के माध्यम से जारी किए गए हैं। ऐतिहासिक मंदिर का काम भारतीय समुदाय के समर्थन और भारत और यूएई के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन के साथ आगे बढ़ रहा है।'' उन्होंने बताया कि ''पत्थरों पर नक्काशी का काम भारत में लगातार जारी है। मंदिर में लगने वाले संगमरमर इटली के तो, बलुआ पत्थर राजस्थान के हैं। कारीगरों ने राजस्थान और गुजरात में विभिन्न स्थानों पर 25000 क्यूबिक फीट पत्थर की नक्काशी की है।''

भारतीय राजदूत ने पिछले महीने निर्माण कार्यों की थी समीक्षा
पिछले महीने यूएई के विदेश मामलों एवं अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री और भारत के राजदूत पवन कपूर ने मंदिर निर्माण की प्रगति की समीक्षा के लिए वहां का दौरा किया था। इस दौरान दोनों ने मंदिर के निर्माण का कार्य देख रही संस्था बीएपीएस के सदस्यों से मुलाकात भी की थी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रखी थी मंदिर की आधारशिला
भारतीय दूतावास के आंकड़ों के मुताबिक, यूएई में तकरीबन 26 लाख भारतीय रहते हैं, जो वहां की आबादी का लगभग 30% हिस्सा है। बता दें कि यूएई सरकार ने वर्ष 2015 मंदिर बनाने का ऐलान उस वक्त किया था, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूएई के दो दिवसीय दौरे पर थे। इसके लिए वहां की सरकार ने अबू धाबी में 'अल वाकबा' नाम की जगह पर बीएपीएस को 20,000 वर्ग मीटर की जमीन दी थी, जो मुख्य शहर 'अबू धाबी' से 30 मिनट की दूरी पर है। मंदिर की आधारशिला वर्ष 2018 में पीएम मोदी ने अपने दो दिवसीय दुबई दौरे के दौरान वहां के ओपेरा हाउस में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रखी थी।


टिप्पणियाँ