एनएचपीसी की हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित 300 मेगावाट की चमेरा- II पावर स्टेशन के 100 मेगावाट की यूनिट # 2 को पुन: स्थापित कर दिया गया है और 6 नवम्बर 2020 को 15:56 बजे उत्तरी ग्रिड के साथ सफलतापूर्वक सिंक्रनाइज़ कर लिया गया है। एनएचपीसी इंजीनियरों की इन-हाउस टीम द्वारा अंतिम टेस्ट और सिंक्रोनाइज़ेशन गतिविधियों को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया गया।
चमेरा - II पावर स्टेशन की यूनिट # 1 को पहले ही 19.10.2020 को 1:14 बजे सफलतापूर्वक सिंक्रनाइज़ कर दिया गया था और यूनिट # 2 के पुनः स्थापन के साथ, सभी तीन इकाइयां (3X100 मेगावाट) अब विद्युत उत्पादन करने के लिए उपलब्ध हैं।
चमेरा- II पावर स्टेशन की यूनिट#1 और यूनिट#2 से 07.08.2019 को आग लगने की घटना के कारण विद्युत उत्पादन नहीं हो रहा था, जिसमें दोनों इकाइयों के स्टेटर क्षतिग्रस्त हो गए थे। पुन: स्थापना कार्य एक कठिन लक्ष्य था क्योंकि इसमें लगभग 17 साल पुरानी इकाइयों में नए उपकरणों को एकीकृत किया गया ।
एनएचपीसी ने अपने इन-हाउस दक्षताओं के माध्यम से विभिन्न बाधाओं के बावजूद कार्य को पूरा किया और एक बार फिर जलविद्युत इकाइयों के परीक्षण और कमीशन के क्षेत्र में अपनी योग्यता साबित की। कोविड-19 के प्रकोप के बीच सभी बाधाओं और अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए इस यूनिट को पुन: स्थापित किया गया । सामग्री की व्यवस्था, ठेकेदार के कार्मिक की उपलब्धता सुनिश्चित करने, सरकार के निर्देशों और दिशा-निर्देशों के अनुरूप उनकी संगरोध व्यवस्था बहाली पुन: स्थापित प्रक्रिया के दौरान संपन्न की जाने वाली कुछ प्रमुख चुनौतियां थीं। चौबीसों घंटे काम और इस प्रक्रिया में शामिल सभी कर्मियों के समर्पित प्रयासों ने सिंक्रनाइज़ेशन को संभव बनाया।
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