एनटीपीसी ने किया वेंडर्स मीट का आयोजन, आयात में कमी लाने और आत्मनिर्भर भारत पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह

भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर वेंडर्स मीट का आयोजन किया। इस दौरान आयात में कटौती करने और आत्मनिर्भर भारत पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया गया।
वेंडर्स मीट का उद्घाटन एनटीपीसी लिमिटेड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर- काॅर्पोरेट काॅन्ट्रेक्ट्स एंड मैटीरियल अशोक कुमार जुनेजा ने किया। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ के मिशन को सफल बनाने के लिए आयात को कम करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि एनटीपीसी स्वदेशी वस्तुओं के विनिर्माण के लिए अपने विक्रेताओं को प्रोत्साहित करेगा और उन्हें समर्थन प्रदान करेगा।



इस अवसर पर डी सरकार, ईडी (ओएस), अवधेश कुमार, ईडी (ओएस-बॉयलर), एस एम गोखले, सीजीएम (सीएस एंड सीपीसी),  के एल महोबे, जीएम (सीपीसी), शोभा पट्टाभिरामन, जीएम (सी एंड एम) ने भी वेंडर्स को संबोधित किया।
वेंडर्स मीट के दौरान एनटीपीसी के भागीदारों यानी विक्रेताओं, ठेकेदारों और आपूर्तिकर्ताओं की इस बात के लिए सराहना की गई कि उन्होंने महामारी के दौरान भी निर्बाध बिजली आपूर्ति प्रदान करने में एनटीपीसी की मदद की।
इस बात पर जोर दिया गया कि एनटीपीसी हमेशा नई तकनीकों को अपनाने में सबसे आगे रही है और उसने हमेशा यह भी सुनिश्चित किया है कि विक्रेताओं को प्रगति का लाभ मिले।
एनटीपीसी ने खरीद संबंधी गतिविधियों में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने का प्रयास किया है और इसके बाद विक्रेताओं द्वारा दस्तावेज अपलोड करना और बोलियों और अनुप्रयोगों के मूल्यांकन ने इसकी प्रणालियों को अधिक कुशल, चुस्त और पारदर्शी बना दिया है।
इस दौरान विक्रेताओं से आग्रह किया गया कि वे गुणवत्ता, लागत प्रभावशीलता और समय पर डिलीवरी में मानकों का पालन करें, ताकि निरंतर और विश्वसनीय बिजली की आपूर्ति करने में एनटीपीसी को सहायता मिल सके।
एनटीपीसी ने वेंडर्स की ओर से फीडबैक लेने के मकसद से इस वेंडर्स मीट का आयोजन किया। वेंडर्स की ओर से मिले सुझावों के बाद कंपनी की कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाने पर विचार किया जाएगा।
वर्चुअल मीट में एनटीपीसी के लगभग 160 विक्रेताओं ने हिस्सा लिया।


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