एनएचपीसी और सीएसआईआर-सीएसआईओ चंडीगढ़के बीच आरएंडडी सहयोग के लिए समझौता करार


भारत की अग्रणी जलविद्युत कंपनी एनएचपीसी लिमिटेड ने आरएंडडी सहयोग के लिए वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिनांक 10.09.2020 को सीएसआईआर-सीएसआईओ चंडीगढ़ के साथ समझौता करार (एमओए) पर हस्ताक्षर किए।


वाई.के. चौबे, निदेशक (तकनीकी), एनएचपीसी और प्रोफेसर एस.ए. रामकृष्ण, निदेशक, सीएसआईआर-सीएसआईओ चंडीगढ़ की उपस्थिति में आर.आर. यादव, महाप्रबंधक (प्रभारी), आरएंडडी विभाग, एनएचपीसी और डॉ. सुरेंद्र एस. सैनी, वरिष्ठ प्रधान साइंटिस्‍ट व प्रमुख (बीडीपीएम), सीएसआईआर-सीएसआईओ चंडीगढ़ ने इस समझौता करार पर हस्ताक्षर किए।


एनएचपीसी के विशेषज्ञता वाले क्षेत्रों में सीएसआईआर-सीएसआईओ चंडीगढ़ द्वारा अनुसंधान, विकास और परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए इस करार में नियम और शर्तों, क्रियान्‍वयन के तौर-तरीके का पारस्परिक रूप से सहमति के विवरण का उल्‍लेख है।


एमओए के तहत एनएचपीसी द्वारा सीएसआईआर-सीएसआईओ चंडीगढ़ को दिए गए प्रत्येक असाइनमेंट को एकल प्रोजेक्ट के रूप में माना जाएगा और इसके लिए नियम और शर्तों को अलग-अलग मामलों के आधार पर अंतिम रूप दिया जाएगा।


इस सहयोग की महत्ता को दर्शाते हुए ,  वाई.के. चौबे, निदेशक (तकनीकी), एनएचपीसी ने कहा, “परियोजना के विकास के विभिन्न चरणों में रिमोट सेंसिंग को लागू करने के अनुसंधान क्षेत्रों के लिए, टरबाइन दक्षता के ऑनलाइन माप के लिए निगरानी प्रणाली और जलविद्युत परियोजनाओं के कारण जलाशय से उत्पन्न भूकंपीय ट्रिगर का अध्ययन करने के लिए हम इस साझेदारी में प्रवेश कर रहे हैं।”


इस समझौता ज्ञापन के बारे में बात करते हुए प्रोफेसर एस. ए. रामकृष्ण, निदेशक, सीएसआईआर-सीएसआईओ चंडीगढ़ ने कहा कि “मुझे बहुत खुशी है कि एनएचपीसी साझा दृष्टि के साथ आई है तथा एनएचपीसी और सीएसआईआर-सीएसआईओ चंडीगढ़ द्वारा वैज्ञानिक अनुसंधान के माध्यम से जलविद्युत क्षेत्र की व्यावहारिक समस्याओं का समाधान करने में यह सहभागिता मदद करेगी।


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