दिल्ली में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में, केस बढ़ने की बजाय घट रहे- अरविंद केजरीवाल

  • दिल्ली में 30 जून तक एक लाख केस होने की संभावना जताई गई थी, लेकिन आज केवल एक तिहाई केस ही है

  • दिल्ली में 30 जून तक 60 हजार एक्टिव केस और 15 हजार बेड की जरूरत पड़ने की संभावना जताई गई थी, आज केवल 26 हजार केस एक्टिव और 5800 बेड की ही जरूरत पड़ी है

  • पिछले सप्ताह तक अस्पतालों में 6250 मरीज थे, जबकि आज केवल 5800 हैं, अस्पतालों में बढ़ने की बजाय 450 मरीज कम हुए हैं

  • पहले 100 सैंपल की जांच में 31 पाॅजिटिव केस मिलते थे, लेकिन अब केवल 13 मिल रहे, कोरोना से प्रतिदिन मौत का औसत 60 से 65 के बीच है

  • सभी दिल्ली निवासियों, एनजीओ, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं, केंद्र सरकार, डाॅक्टर और नर्स आदि के एकजुट प्रयास की वजह से स्थिति नियंत्रित करने में सफलता मिली है



 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ने की बजाय घट रहे हैं। यह सफलता सभी दिल्ली निवासियों, एनजीओ, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं, केंद्र सरकार, डाॅक्टर और नर्स आदि के एकजुट प्रयास की वजह से मिली है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 30 जून तक एक लाख केस होने की संभावना जताई गई थी, लेकिन आज सिर्फ एक तिहाई केस ही हैं। इसी तरह, 30 जून तक 60 हजार एक्टिव केस होने और अस्पताल में मरीजों को 15 हजार बेड की जरूरत पड़ने की संभावना जताई गई थी, लेकिन आज केवल 26 हजार केस एक्टिव हैं और 5800 बेड की ही जरूरत पड़ी है। अस्पतालों में बढ़ने की बजाय 450 मरीज कम हो गए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पहले 100 सैंपल की जांच में 31 पाॅजिटिव केस मिलते थे, लेकिन अब केवल 13 मिल रहे। कोरोना से प्रतिदिन औसतन 60 से 65 लोगों की मौत हो रही है, जिसे और भी कम करना है।

 

हमने दिल्ली को बचाने के लिए केंद्र सरकार के साथ सभी संस्थाओं से मदद मांगी- अरविंद केजरीवाल

 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि लगभग एक महीना पहले, जब हमने दिल्ली में लॉकडाउन खोला था, तब बहुत तेजी से कोरोना के केस बढ़ने लगे थे। जब लॉकडाउन खोला, तो हमें उम्मीद थी कि दिल्ली में केस बढ़ेंगे, लेकिन उम्मीद से अधिक तेजी से केस बढ़ने लगे। उस समय केंद्र सरकार का एक फार्मूला है। नेशनल एक्सपर्ट ने उनकी एक वेबसाइट बनाई है। वह वेबसाइट हमें यह बताती है कि आने वाले दिनों में कोरोना केस बढ़ने की संभावना क्या होगी? अगले एक महीने बाद या 2 महीने बाद कितने केस होंगे। उसके मुताबिक, जिस गति से दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ रहे थे, इसका जब हमने या आकलन किया, तब निकल कर आया कि 30 जून तक दिल्ली में एक लाख के करीब केस होंगे, उसमें से लगभग 60,000 एक्टिव केस होंगे और लगभग 15000 बेड की जरूरत पड़ेगी।

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह स्थिति गंभीर थी। हम लोगों ने हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठे। हम लोगों ने हार नहीं मानी। हम लोगों ने मेहनत और दोगुनी कर दी और उस वक्त हमने जिससे हो सकता था, सबसे मदद मांगी। हमने जनता के सामने स्थिति रखी कि 30 जून तक इतने केस होने की संभावना है। आने वाले समय में स्थिति और गंभीर हो सकती है। इसके बाद मैं मदद मांगने के लिए सभी के पास गया। निजी और सरकारी अस्पतालों को इकट्ठा किया। सभी सरकारी अस्पतालों को दुरुस्त किया। सभी होटल वालों से हम लोग मिले। होटल वालों ने हाईकोर्ट में मुकदमा कर दिया था। हमलोगों ने हाईकोर्ट में मुकदमा अपने पक्ष में किया, जो बहुत अच्छा रहा। हम लोग सभी बैंकट हॉल वालों से मिले। बहुत सारी एनजीओ, धार्मिक संस्थाए, केंद्र सरकार, सब लोगों की मांगी। जहां मदद नहीं मिली, वहां उनके पैर पकड़े कि हम सभी लोगों को मिलकर दिल्ली को बचाना है।

 

30 जून तक जताई गई संभावना के सापेक्ष आज दिल्ली में केवल एक तिहाई केस हैं- अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि दिल्ली में दो करोड़ लोगों की मेहनत और सभी एजेंसीज की मेहनत से जो भयावह स्थिति हमें एक माह पहले नजर आ रही थी कि 30 जून को इतनी भयावह स्थिति होगी। आज 1 जुलाई है और आज हम देखते हैं कि कहां खड़े हैं। एक माह पहले जिस भयावह स्थिति की संभावना जताई जा रही थी कि 30 जून तक एक लाख के करीब केस होंगे। यह आकलन किया जा रहा था कि 30 जून तक 60,000 एक्टिव केस होंग, लेकिन आज केवल 26 हजार एक्टिव केस है। आज लगभग एक तिहाई केस ही हैं। यह आप सब और हम सभी दिल्लीवासियों, डॉक्टर, नर्स और सारे समाज की मेहनत का नतीजा है कि हमने फिलहाल स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है। उस समय संभावना जताई जा रही थी कि इस समय तक 60 हजार एक्टिव केस होंगे। उसके मुकाबले में आज दिल्ली में केवल 26 हजार केस हैं। उस वक्त यह संभावना जताई गई थी 15000 बेड की जरूरत पड़ेगी। उस समय प्रतिदिन काफी संख्या में केस रहे थे और उस समय प्रतिदिन 250 में मरीज जुड़ते जा रहे थे। इस स्थिति में पूरे सिस्टम में एक डर था कि हमें 250 बेड प्रतिदिन बढ़ाने पड़ेंगे, लेकिन आज यह उल्टा हो गया है।

 

एक माह पहले दिल्ली में 38 प्रतिशत मरीज ठीक हो रहे थे, जबकि आज 67 प्रतिशत ठीक हो रहे- अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस समय दिल्ली में सभी अस्पतालों को मिला कर करीब 5800 मरीज ही हैं। एक सप्ताह पहले तक 6250 मरीज थे। पिछले एक सप्ताह में बढ़ने की बजाय 450 मरीज कम हो गए हैं। आज हमने अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के लिए 15 हजार बेड का इंतजाम कर लिया है। आईसीयू, वेंटिलेटर और समान्य बेड का इंतजाम कर लिया है, लेकिन केवल आज 5800 मरीज हैं। अब दिल्ली में प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ने की बजाय कम होती जा रही है। लोगों को कोरोना हो रहा है और वे ठीक हो रहे हैं। कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आज से एक माह पहले केवल 38 प्रतिशत मरीज ठीक हो रहे थे, लेकिन आज दिल्ली के 67 प्रतिशत मरीज ठीक हो रहे हैं। कुल 87 हजार केस अभी तक दिल्ली में हुए हैं। जिसमें से 58 हजार मरीज ठीक हो चुके हैं। एक माह पहले तक 8500 बेड अस्पतालों में थे। हम लोगों ने सभी अस्पतालों और होटल वालों से बात कर आज 15 हजार बेड की व्यवस्था कर दिया है। दिल्ली में 23 जून को 4 हजार के करीब नए केस आए थे, लेकिन कल लगभग 2200 केस आए थे। पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन आने वाले केस भी आधे नजर आ रहे हैं। लेकिन हो सकता है कि आने वाले दिनों में केस बढ़ जाएं, लेकिन पिछले तीन चार दिनों से हम देख रहे हैं कि 2 हजार, 2100 और 2200 के आसपास केस आ रहे हैं।

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की वजह से मौत कम होने लगी है। एक दिन ऐसा भी आया था, जिस दिन करीब 125 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन अब प्रतिदिन 60 से 65 के आसपास मौतें हो रही हैं। इसे और भी कम करना है, लेकिन जब पीक था, उससे अब लगभग आधे के करीब लोगों की मौत हो रही है।

 

स्थिति नियंत्रण में होने के बावजूद हम 24 घंटे मेहनत जारी रखेंगे- अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने जांच की संख्या बहुत बढ़ा दी है। अब जांच की कोई कमी नहीं है। इसमें भी अब एक अच्छा संकेत है कि पहले हम 100 लोगों की जांच करते थे, तो उसमें करीब 31 लोग कोरोना के मरीज पाए जाते थे, लेकिन आज जब हम 100 लोगों की जांच कर रहे हैं, तो उसमें केवल 13 लोग कोरोना के मरीज पाए जा रहे हैं। यह सारी चीजें अच्छी हैं और दिखा रही हैं कि स्थिति अब काफी नियंत्रण में आ गई हैं। अब स्थिति उतनी भयावह नजर नहीं आ रही हैं, जितनी एक माह पहले थी। यह हम सभी लोगों के संयुक्त प्रयास का नतीजा है। लेकिन इससे खुश होकर हमें हाथ पर हाथ रख कर नहीं बैठना है। हमें सब कुछ कुछ खुला नहीं कर देना है। यह वायरस ऐसा कि इसका यह पता नहीं चलता है कि कल या परसो क्या कर देगा? हो सकता है कि कल से फिर केस बढ जाए। इसलिए सरकार अपनी तरफ से पूरी कोशिश जारी रखेगी। सरकार की जो 24 घंटे मेहनत चल रही है, उसमें कोई कमी नहीं करेंगे। वह जारी रखेंगे, बल्कि और दोगुनी मेहनत करेंगे। ताकि यदि आने वाले समय में केस बढ़ते हैं, तो उससे हम मुकाबला कर सकें।

 

हमें अभी चौकन्ना रहने की जरूरत- अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सोशल मीडिया कुछ एक्सपर्ट लिख रहे हैं कि दिल्ली का पिक आकर जा चुका है और अब दिल्ली में केस नीचे जाएंगे। मेरी आप सभी लोगों से गुजारिश है कि आप इन एक्सपर्ट की तरफ ध्यान न दीजिए। मास्क पहनते रहिए। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहिए। हाथ सैनिटाइज और धोते रहिए। इसमें जरा भी चूक नहीं करनी है। बड़ी मुश्किल से हम लोगों ने एक माह पहले जो स्थिति थी, हम सभी लोगों ने प्रयास करके उस स्थिति से बाहर निकले हैं। अब अपने को किसी भी हालत में वैसी स्थिति नहीं लाने देनी है। हमें चौकन्ना रहना है। अपनी मेहनत को कम नहीं होने देना है और अपने शानदार टीम वर्क को जारी रखना है। हम अच्छे की उम्मीद करेंगे, लेकिन तैयारी हम सबसे खतरनाक स्थिति मान कर करेंगे।

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