"नौतपा " की भीषण गर्मी से खुद को बचाएं- डॉ रूप कुमार बनर्जी




नौतपा साल के वह 9 दिन होते है जब सूर्य पृथ्वी के सबसे नजदीक रहता है जिस कारण से इन 9 दिनों में भीषण गर्मी पड़ती है इसी कारण से इसे" नौतपा" कहते हैं। इस बार नौतपा में सूरज के तेवर और अधिक तीखे रहने वाले हैं। यदि मौसम के मिजाज का अनुमान सटीक निकला तो नौतपा में अंचल का अधिकतम तापमान 50 डिग्री तक चढ़ सकता है। आगामी नौ दिनों में न्यूनतम तापमान में उछाल जारी रहने से रात्रि भी गर्म रहने की संभावना है। नौतपा इस बार 25 मई से 2 जून तक होगी।आगे डा. बनर्जी ने बताया कि नौतपा की अवधारणा का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, लेकिन आमतौर पर यह माना जाता है कि नौतपा के नौ दिनों में तापमान चरम पर होता है। यदि पूर्वानुमान सही निकला तो नौतपा में पडऩे वाली गर्मी इस बार आमजन को परेशान करने वाली होगी। इस दौरान सेहत का ख्याल रखना होगा नौतपा में तापमान बढऩे की संभावना को देखते हुए आमजन को सेहत का ख्याल रखना होगा। दिन और रात के तापमान में वृद्धि होने पर सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि ऐसे मौसम में उल्टी, दस्त पेटदर्द के अलावा डिहाइड्रेशन और लू लगने की आशंका रहती है। बेहतर होगा कि नौतपा के दौरान धूप में बाहर निकलने से बचें। डॉ बनर्जी ने बताया कि इस दौरान निम्न सावधानियां रखनी होगी जैसे दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक घर से बाहर न निकलें।यदि आवश्यक कार्य से जाना पड़े तो मुंह व हाथ पैरों को ठीक से ढक कर चलें।किसी भी हालत में खाली पेट घर से बाहर नहीं निकलें।फलों का जूस शीतल पेय, ग्लूकोज , ककड़ी, खीरा, ताज़ी दही, छाछ,मट्ठा, बेल का शरबत आदि का खूब सेवन करते रहें।गर्मी के मौसम में बासी खाना, रखी हुई मिठाई या सड़े-गले फल न खाए।सिरदर्द,चक्कर व बुखार आना लू के लक्षण हैं, ऐसे में तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। बासी भोजन और ज़्यादा तेल की चीजों से परहेज करें।प्याज एवं जूस आदि का सेवन करें। कहीं से सीधे आने पर पानी न पिएं ना ही कूलर, एसी आदि के सामने सीधे आएं।चिकित्सकीय सलाह पर अमल करें। शरीर में पानी की कमी न होने दें।तरबूज और खरबूज खूब खाएं ।   


 

 



 

टिप्पणियाँ