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बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम), देश के एक प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक की नीतिगत दर में 75 बीपीएस की कटौती को बाहरी बेंचमार्क से लिंक किए गए अर्थात; रेपो से लिंक किए गए उधार दर (आरएलएलआर) का पूरा लाभ दिनांक 7 अप्रैल, 2020 से अपने उधारकर्ताओं को देने का निर्णय लिया है।
अब आरएलएलआर से लिंक किए गए सभी रिटेल ऋण (आवास, शैक्षणिक, वाहन), एमएसएमई ऋण कम दरों में उपलब्ध होंगे। इससे रिटेल और एमएसएमई उधारकर्ताओं को अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
बैंक ने अपने सीमांत लागत निधि आधारित उधार दरों (एमसीएलआर) को भी सभी अवधियों के लिए मौजूदा स्तरों से 25 बीपीएस तक दिनांक 07 अप्रैल 2020 से कम कर दिए हैं। बैंक ने अपने ओवरनाइट, एक माह और तीन माह की अवधियों के एमसीएलआर को घटाकर 7.50% (7.60% से), 7.60% (7.70% से) और 7.70% (7.75% से) कर दिया है। छह महीने की एमसीएलआर दरों को संशोधित करके 7.80% (7.90% से घटाकर) और एक वर्ष के एमसीएलआर को 8.00% (8.25% से घटाकर) कर दिया है।
बैंक के एमसीएलआर में इस कमी का लक्ष्य आर्थिक वृद्धि और औद्योगिक विकास में सहयोग करना तथा दर का लाभ पहुंचाना है।