ख़त्म हो बेंकों में मिनिमम बेलेन्स का कानून 
 

इस समय आर्थिक मंदी चल रही है | लोगों के पास धन की तंगी है | लोगों के पास जो पैसा था कोरोना के चलते उन्होंने घर का सामन व जरूरी दवाइयां खरीदना उचित समझा है |प्रधानमंत्री ने सीनियर सिटीजन को घर से बाहर निकलने को मना किया है । अब लोगों का खर्चा कैसे चलेगा । मेरा सुझाव है कि जब तक कोरोना का प्रकोप है प्राइवेट बैंकों को मिनिमम बेलेंस 10000 का कानून रोक देना चाहिए । लोग वह पैसा काम में लगा सकेंगे । प्रधानमंत्री ने सीनियर सिटीजन को घर से बाहर निकलने को मना  किया है तो वो क्रेटित कार्ड का पैसा कैसे भरेंगे उसमेँ भी पेनाल्टी नहीं लगना चाहिए । 


वैसे ही प्राइवेट बेंक मिनिमम बेलेंस के नाम पर लाखों खाताधारको का करोड़ों रूपया 3.50 % पर वापर रही है  जबकि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने हाल ही में मिनिमम बेलेंस की शर्त हटा ली है ।वित्त मंत्री , आर बी आई व प्रधानमंत्री को इस समस्या की ओर ध्यान देना चाहिए व इस आपातकाल में खाताधारकों के हितों की रक्षा करना चाहिए |

 

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