केंद्रीय हिंदी निदेशालय का हीरक जयंती समारोह संपन्न


नयी दिल्ली स्थित विज्ञान भवन सभागार में केंद्रीय हिंदी निदेशालय(मानव संसाधन विकास मंत्रालय) द्वारा अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में हीरक जयंती समारोह का आयोजन किया गया। इस शुभ अवसर पर भारत सरकार के केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहकर कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। निदेशालय के निदेशक प्रो. अवनीश कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए निदेशालय की वर्तमान और भावी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी । माननीय मंत्री महोदय ने अपने वक्तव्य में हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार में निदेशालय की उपलब्धियों को अंकित किया। विश्व स्तर पर हिंदी के बढ़ते प्रयोग को देखते हुए उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हिंदी शीघ्र ही विश्व भाषा का स्थान ग्रहण करेगी।कार्यक्रम की अध्यक्षता महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय,वर्धा के कुलपति डॉ रजनीश कुमार शुक्ल ने की। मुम्बई विश्व विद्यालय से प्रो.करुणाशंकर उपाध्याय,हैदराबाद से प्रो. आर एस. सर्राजु और केरल से प्रो. तंकमणि अम्मा ने मंच की शोभा बढ़ाई और अपने प्रभावपूर्ण वक्तव्य भी दिए। उद्घाटन सत्र के पश्चात छंदम कलाकेंद्र के कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।सांस्कृतिक कार्यक्रम के पश्चात वरिष्ठ साहित्यकार-कवि बालस्वरूप राही की अध्यक्षता में भव्य काव्यगोष्ठी सम्पन्न हुई,जिसका कुशल संचालन उद्भव साहित्यिक संस्था के अध्यक्ष और प्रसिद्ध कवि श्री विवेक गौतम ने किया।इस अवसर पर वरिष्ठ कवि बी.एल.गौड़, कविता की विभिन्न शैलियों में काव्य-पाठ करने वाले वरिष्ठ कवि लक्ष्मी शंकर बाजपेयी , वरिष्ठ ग़जलकार विज्ञान व्रत, वरिष्ठ कवि-दोहाकार नरेश शांडिल्य, अंतरराष्ट्रीय पत्रिका आधुनिक साहित्य के संपादक और विश्व हिंदी साहित्य परिषद् के अध्यक्ष डॉ.आशीष कंधवे, हास्य-व्यंग्य के श्रेष्ठ रचनाकार संजय जैन और ग़ज़लकार नमिता राकेश ने अपनी शानदार काव्य-प्रस्तुतियों से देशभर से पधारे व्यक्तित्वों को मंत्रमुग्ध कर दिया।पद्मश्री श्याम सिंह शशि,मेरठ से प्रो. नवीनचंद्र लोहनी,इलाहाबाद से एस. गोविन्दराजन,आगरा से प्रो. उमापति दीक्षित,प्रो. ओमविकास, सुधाकर पाठक तथा देश के विभिन्न भागों से आये हिंदी तथा हिंदीतर विद्वानों ने कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज की।


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