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भारत की अग्रणी जलविद्युत कंपनी एनएचपीसी के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, श्री रतीश कुमार ने 17 जनवरी 2020 को नई दिल्ली में ‘भारत में जलविद्युत पर 17वें वार्षिक सम्मेलन’ में मुख्य संबोधन दिया । श्री रतीश कुमार ने अपने संबोधन में जलविद्युत क्षेत्र द्वारा सामना किए जा रहे महत्वपूर्ण मुद्दों एवं एनएचपीसी द्वारा विभिन्न उपलब्धियों व निर्धारित लक्ष्यों और जलविद्युत में एनएचपीसी के योगदान पर प्रकाश डाला । इस सम्मेलन में अग्रणी इंडस्ट्री लीडर्स, विद्युत क्षेत्र के महत्वपूर्ण व्यक्तित्व, तकनीकी विशेषज्ञों और शिक्षाविदों ने भाग लिया ।
श्री रतीश कुमार ने भारत की जलविद्युत क्षमता के दोहन के महत्व पर बल दिया, जो ग्रिड संतुलन बनाए रखने और जलविद्युत क्षेत्र के समग्र विकास के लिए आवश्यक है । उन्होंने स्वच्छ व हरित ऊर्जा के स्रोत के रूप में जलविद्युत के प्रमुख लाभों पर भी प्रकाश डाला । श्री रतीश कुमार ने यह भी कहा कि जलविद्युत परियोजनाएं प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा करके समग्र विकास की अगुवाई करती है और विशेष रूप से देश के दूरस्थ क्षेत्रों में सामाजिक व आर्थिक विकास के लिए लाभकारी हैं ।