सर्दी का मौसम स्वस्थ भी और सावधान रहने वाला भी। कैसा हो इस मौसम में खान पान।

प्रसिद्ध हौम्यौपैथ चिकित्सक डॉ रुप कुमार बनर्जी



सर्दियों का मौसम खाने-पीने के लिहाज से सबसे बेहतरीन होता है। इस मौसम में पाचन क्षमता दुरुस्त रहती है, इस वजह से जो भी खाया जाए, वो आसानी से पच जाता है। मौसम बदलने के साथ ही खान-पान में भी पर्याप्त बदलाव आ जाता है। सर्दियों में ठंड बढ़ने के साथ ही सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों के अलावा अन्य बीमारियां भी दस्तक देने लगती हैं। इसके अलावा सर्दी के मौसम में सुस्ती और आलस की समस्या भी घेरे रहती है। इसलिए अपने आहार में शरीर को गर्मी प्रदान करने वाली चीजों को शामिल कर आप सर्दियों में खुद को स्वस्थ रखने के साथ चुस्त-दुरुस्त भी रख सकते हैं।
     सर्दी के मौसम में बहुत ज्यादा भूख लगती है। जो भी खाते हैं, पाचन क्षमता दुरुस्त रहने की वजह से वह आसानी से पच जाता है। सर्दियों के मौसम में शरीर में अच्छे एन्जाइम्स का निर्माण होता है, जो पाचन क्षमता को बढ़ाने वाले होते हैं। सर्दी के मौसम में अन्य दिनों के मुकाबले भूख ज्यादा लगती है। इसका कारण यह है कि जब हमारा शरीर बाहर की सर्दी से खुद को बचाने का प्रयास करता है तो शरीर की ऊर्जा खर्च होती है, जिसकी वजह से शरीर की अतिरिक्त कैलरी बर्न होती है। इसलिए इस मौसम में जैसे ही भूख लगे, तुरंत खाना खा लेना चाहिए, अन्यथा शरीर की कैलोरी जलते रहने की वजह से शरीर का बल कम होगा और कमजोरी लग सकती है l

कैसा हो आहार ---
     सर्दी के मौसम में अपने आहार में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए, जो शरीर को गर्मी प्रदान करने वाली हों। इस मौसम में भले ही खाने की मात्रा कम हो, लेकिन शरीर के लिए जरूरी पौष्टिक तत्वों और कैलरी की मात्रा कम नहीं होनी चाहिए। तीनों समय के खाने में उन चीजों को शामिल करें, जिनसे आपके शरीर के लिए जरूरी कैलरी के साथ-साथ प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन, खनिज लवण की कमी पूरी हो जाये। अपने भोजन में एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों से भरपूर वस्तुओं को शामिल करें। इनके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिसकी वजह से आप मौसमी बीमारियों से बचे रहते हैं। इस मौसम में शरीर की प्राकृतिक नमी कम हो जाती है। इससे बचने के लिए सर्दियों के मौसम में भी खूब सारा पानी पिएं। अपने आहार में प्रोटीन की कमी को पूरी करने के लिए नियमित तौर पर साबुत अंकुरित अनाज का सेवन करें।
     सुबह के नाश्ते में अंडे, उपमा, पोहा, सांभर या नारियल की चटनी के साथ इडली-डोसा शामिल करने के साथ-साथ फलों और सब्जियों का सलाद भी शामिल करें। सर्दियों के मौसम में सुबह के नाश्ते में एक गिलास मलाई निकले दूध का इस्तेमाल करना न भूलें।
     दोपहर के खाने में कोई भी एक मौसमी हरी सब्जी, रोटी, ताजा दही या छाछ, छिलके वाली दाल और चावल को शामिल करें। आप कोई सूप भी शामिल कर सकते हैं। लंच में आंवला, पुदीना और धनिया पत्ती मिली हरी चटनी का इस्तेमाल जरूर करें। चटनी का गुण बढ़ाने के लिए इसमें अदरक और लहसुन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। हरी चटनी में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट होता है। यह मल्टी विटामिन्स की कमी को भी पूरा करता है।
    रात का खाना सोने से कम से कम तीन-चार घंटे पहले खायें, जिससे कि वो आसानी से पच जाये। रात का भोजन लंच के मुकाबले हल्का हो। इसमें सब्जियां मिलाकर मल्टी ग्रेन दलिया और खिचड़ी का सेवन करें। प्रतिदिन रात को सोने से पहले हल्दी मिले एक गिलास दूध का सेवन करें। 

ना होने पाए विटामिन डी की कमी ---
      विटामिन डी की कमी को कुछ हद तक धूप से दूर कर सकते हैं, लेकिन शरीर के लिए जरूरी विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए अपने आहार में उन चीजों को शामिल करें, जिनमें विटामिन डी की प्रचुरता हो। विटामिन डी युक्त आहार में एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं, जो सर्दियों में होने वाले जोड़ों के दर्द से मुक्ति दिलाते हैं। मछली में विटामिन डी की बहुतायत होती है। शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए अपने आहार में मछली और अंडे का इस्तेमाल करें। अंडे के पीले भाग में प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन डी भी प्रचुर मात्रा में होता है। अगर आप शाकाहारी हैं तो विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए अपने आहार में घर में बना छेना, राजमा, टोफू, न्यूट्रीला, पनीर, दूध और दही को शामिल करें।
     इस मौसम में खुद को मौसमी बीमारियों से बचाने और स्वस्थ रखने के लिए अपने आहार में विटामिन सी युक्त फल मसलन सेब, संतरा, अंगूर, अमरूद, अनार आंवला और नीबू आदि शामिल करें। इनमें एंटी ऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित होते हैं। सर्दियों में पालक बहुतायत में मिलता है। पालक में आयरन और फॉलिक एसिड की बहुतायत होने के साथ भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट भी होते हैं। पालक का इस्तेमाल सब्जी के अलावा सूप और सलाद के तौर पर भी कर सकते हैं। गाजर, चुकंदर, मूली, पत्ता गोभी, शिमला मिर्च, ब्रोकोली के सलाद के तौर पर इस्तेमाल करें। सर्दियों में मिलने वाला कद्दू सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है।
     इस मौसम में शरीर की त्वचा शुष्क हो जाती है। इससे बचने के लिए तरल चीजों का सेवन करें। भले ही प्यास ना लगे, पर दिनभर में सात-आठ गिलास पानी पिएं। फलों का जूस पीने की बजाए गन्ने और सब्जियों का जूस पिएं। सब्जियों का जूस गर्म होने के साथ-साथ एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों से भरपूर होता है। जूस बनाने के लिए गाजर, चुकंदर, आंवला, पुदीना, पालक और पत्ता गोभी का इस्तेमाल करें। इसमें खीरा भी डाल सकते हैं lइससे शरीर गर्म रहेगा।
     सर्दियों के मौसम में अपने शरीर को गर्मी प्रदान करने के लिए अपने भोजन में  मुट्ठी भर मेवे को जरूर शामिल करें। बादाम, काजू, किशमिश, पिस्ता, अखरोट आदि को अपने आहार में शामिल करें। डाइबिटीज के मरीजों के लिए बादाम और अखरोट बहुत फायदेमंद होते हैं। इससे कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित होने के साथ डाइबिटीज भी नियंत्रण में रहती है। सूखे मेवों के अलावा मूंगफली को भी अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। इनका सेवन दिन में किसी भी समय कर सकते हैं। मुट्ठी भर मेवे पूरे दिन ऊर्जावान बनाये रखने के साथ-साथ सेहतमंद भी रखेंगे।

सर्दी में न चलाएं अपनी मर्जी---
     सर्दियों में प्याज खाना बेहद फायदेमंद होता है। इसकी तासीर गर्म होती है, जिस वजह से यह शरीर को गर्म रखने में मददगार साबित होती है। प्याज के सेवन से न केवल जोड़ों की समस्या से निजात मिलती है, वरन यह सर्दियों में होने वाले संक्रमण से भी बचाती है। प्याज का इस्तेमाल दाल-सब्जी बनाने के अलावा सलाद के तौर पर भी करें। प्याज जोड़ों में दर्द के अलावा कब्ज और गले में खराश और सर्दी-जुकाम की समस्या से भी निजात दिलाती है। सर्दी-जुकाम ,गले की खराश की समस्या दूर होती है।
     सर्दी के मौसम में एक सेब का सेवन करना तमाम बीमारियों से दूर रखता है। इसमें आयरन के साथ विटामिन सी होता है, जो बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। जाड़े के मौसम में सर्दी-जुकाम जैसी मौसमी बीमारियों से बचने के लिए प्रतिदिन छिलके समेत एक सेब का सेवन करें।
     लहसुन में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट होता है। इसका सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसकी तासीर गर्म होती है। डाइबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में लहसुन रामबाण औषधि की तरह काम करता है। सर्दियों में सुबह खाली पेट कच्चे लहसुन का सेवन करना फायदेमंद होता है।
     अदरक में प्रचुर मात्रा में एंटी बायोटिक तत्व होते हैं। सर्दियों में अपने दिन के आहार में अदरक का सेवन जरूर करें। इसका इस्तेमाल  चटनी और सब्जी बनाने में कर सकते हैं। खुद को सर्दी-जुकाम से बचाने के लिए अदरक वाली चाय पिएं। अदरक सर्दियों में शरीर को गर्मी पहुंचाकर सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से दूर रखता है।
     सर्दियों में प्रतिदिन बादाम के कुछ दाने जरूर खाएं। बादाम का सेवन करने से कई बीमारियों से निजात मिलती है। इसमें विटामिन ई के साथ पोटैशियम की  बहुतायत होती है। इसका सेवन करने से रक्त संचार ठीक रहता है और एनीमिया जैसी बीमारी से निजात मिलती है।
     अपने प्रतिदिन के आहार में हल्दी और मूली का सेवन करें। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। यह शरीर को किसी भी किस्म की एलर्जी से बचाती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। मूली का सेवन करने से सर्दी-जुकाम और पेट से जुड़ी समस्याओं से निजात मिलती है।
     जरूरी है गर्मागर्म पेय पदार्थ...एक गिलास उबलते पानी में आधा नीबू का रस निचोड़ें, साथ ही थोड़ी हल्दी और काली मिर्च भी मिला लें l  इसका सेवन करने से लिवर और किडनी से सारे विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।


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