उद्भव कविता उत्सव में एन.के.झंवर की काव्य-कृति "बरसों बाद भी" लोकार्पित।

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के पावन अवसर पर "उद्भव" (सामाजिक,सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्था) द्वारा नई दिल्ली स्थित पुरुषोत्तम हिंदी भवन में सुप्रसिद्ध कवि श्री एन.के.झंवर की हिंदी कविताओं  की किताब "बरसों बाद भी" का लोकार्पण एवं एक सरस काव्य-संध्या "कविता उत्सव" का भव्य आयोजन संपन्न हुआ।

 

श्री झंवर के कविता-संग्रह  का लोकार्पण समारोह के उद्घाटनकर्ता सुप्रसिद्ध साहित्यकार, विचारक और हिंदी अकादमी के सचिव डॉ.जीत राम भट्ट, कार्यक्रम के मुख्यअतिथि रुड़की से पधारे वरिष्ठ साहित्यकार एवं शिक्षाविद् डॉ.अरुण प्रकाश ढौंडियाल के करकमलों द्वारा संपन्न हुआ।


 

इस महत्वपूर्ण अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सुप्रसिद्ध लेखिका एवं वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. वीणा मित्तल, कवि एवं सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता श्री चंद्र शेखर आश्री और सजग प्रकाशन के अध्यक्ष सौरभ सचदेवा मंच पर उपस्थित थे । 

 

समारोह के द्वितीय सत्र में विभिन्न विद्यालयों से आए बाल-कवियों  इप्शिता, मनस्विनी पांडेय, अन्वेषा राठौर, श्रेया वर्मा, प्रशा मोहन, आर्यन गुप्ता, विधि गुप्ता, अनन्या छाबड़ा, सौम्या जैन, स्नेहिल, मन्नत कौर, गौरी गुप्ता, दीपांशु , पू्र्वी सेठ ने स्वरचित कविताओं का भावपूर्ण पाठ किया। 

वरिष्ठ रचनाकारों में श्रद्धा पांडेय, चंद्र शेखर आश्री, करिश्मा कश्यप, डॉ.वीणा मित्तल, सुनील अग्रहरि, प्रोमिला रावत, शोभना मित्तल, नंद कु.झा, पुष्पा सिन्हा, प्रतुल वसिष्ठ तथा आपके मित्र डॉ.विवेक गौतम ने अपनी प्रतिनिधि रचनाओं का पाठ किया । 

 

साहित्य और समाज के लिए समर्पित बहुत ही सार्थक और समृद्ध इस आयोजन में अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे जिनमें दिल्ली सरकार में वरिष्ठ अभियंता औंकार नाथ मिश्रा, पत्रकार दिनेश अविनाशी, अलकनंदा साहित्यिक पत्रिका के संपादक विनोद ढौंडियाल, शिक्षक विनय सिंह, पत्रकार राजू वोहरा, इंजीनियर अनंत प्रचेता, अमोल प्रचेता सहित अनेक अभिभावकगण उपस्थित थे।

 

कार्यक्रम का संचालन समर्थ कथाकार श्रद्धा पांडेय ने किया तथा आए हुए सभी मेहमानों का धन्यवाद दिया सौरभ सचदेवा ने। इस अवसर पर सभी बाल कवियों को प्रमाण-पत्र और पुष्पहार से सम्मानित किया गया।

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