पिअजिया अनार हो गईल। अनार के भाव बिक रही है प्याज।


एक समय दिल्ली के सासंद और भोजपुरी के स्टार गायक ने प्याज पर एक गीत गाया था उस समय स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी प्रधानमंत्री थे। "का हो अटल चाचा पिअजिया अनार हो गईल......" आज फिर यही हाल है। प्याज महंगा हो  जाने से लोगों के जेहन में प्याज का खौफ छा गया है।सब्जी मंडियों में प्याज के थोक विक्रेता के पास  सन्नाटा पसरा दिख रहा है। जो ग्राहक पांच किलो प्याज खरीदते थे वह एक किलो खरीदने को मजबूर हैं।गोरखपुर की थोक मंडी में प्याज 50 रुपये किलो  मिल रहा है तो  फुटकर में 65 व 70 रुपये में विक रहा। मालुम हो कि इसी मूल्य में  सेव व अनार भी मिल रहा है। प्याज का मूल्य बड़ जाने से रसोई का जायका बिगड़ गया है। दरअसल पिछले साल के सूखे ने और इस बार के मॉनसून की देरी ने मुश्किलें बढ़ा दीं है इस बार कई जगहों पर मूसलाधार बारिश की वजह से बड़े पैमाने पर प्याज की फसल भी बर्बाद हो गई नतीजा मंडियों में सप्लाई कम हो गया और कीमतें खरीदारों को रुलाने लगीं हैं। गौरतलब है कि प्याज़ के बढ़ते दाम एक बार फिर चिंता का विषय बन गए हैं । लोग इस मसले पर सवाल उठाने लगे हैं वहीं विपक्षी नेता भी सरकार से सवाल पूछ रहे हैं हालांकि ये दाम कब तक नीचे आएंगे इसका अभी कोई जवाब मिलता नज़र नहीं आ रहा है। प्याज की बढ़ती किमसे सरकार के लिए भी सरदर्द साबित हो रही है।


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