पैसे के अभाव में दिल्ली का कोई बच्चा अच्छी शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा : अरविंद केजरीवाल

  • मुख्यमंत्री ने जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना के विस्तार की कैबिनेट मंजूरी की घोषणा की

  • दिल्ली से 10वीं और 12वीं पास करने वाले बच्चे, जिनके परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपये से कम है, उन्हें अब इस योजना का लाभ मिलेगा

  • दिल्ली सरकार 1 साल की कोचिंग के लिए देगी 1 लाख रुपये की मदद



दिल्ली सरकार की जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना के तहत अब सभी जाति/वर्गों के गरीब बच्चे दिल्ली सरकार की मुफ्त कोचिंग सुविधा का लाभ ले सकेंगे। इसके अलावा इस स्कीम के तहत सहायता राशि को 40 हजार रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये तक कर दिया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में 3 सितंबर, मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में कैबिनेट बैठक में ये फैसला लिया गया।


एक प्रेस कांफ्रेस में इस फैसले की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “मौजूदा दिल्ली सरकार सबसे ज्यादा जोर शिक्षा पर दे रही है। हमारा ये लक्ष्य है कि दिल्ली में पैदा होने वाला कोई भी बच्चा पैसे की कमी की वजह से या गरीबी की वजह से आज इस प्रतिस्पर्धा के दौर में अच्छी शिक्षा पाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। उस दिशा में हमने कई कदम उठाये हैं। हमने 12वीं तक की शिक्षा बिलकुल फ्री की हुई है। सरकारी स्कूलों की हालत अभी तक बहुत खराब हुआ करती थी। हमने सरकारी स्कूलों को बहुत शानदार बनाया। अब बहुत सारे लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों से निकालकर सरकारी स्कूलों में भर्ती करा रहे हैं। 12वीं के बाद जब बच्चा कॉलेज में जाता है तो उस पढ़ाई के लिए भी सरकार 10 लाख रुपये तक लोन देती है। एक तरह से 12वीं के बाद भी बच्चे को अपने मां-बाप से पैसे लेने की जरूरत नहीं है। बच्चे को अपने मां-बाप की आर्थिक स्थिति पर निर्भर नहीं रहना है। वह अपने पैरों पर खड़ा हो सकता है। लेकिन आज प्रतिस्पर्धा का जमाना है। प्रतिस्पर्धा के दौर में बच्चे को अच्छे मेडिकल कॉलेज में, अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए अच्छी कोचिंग लेने की जरूरत होती है।  गरीब परिवारों में पैदा होने वाले बच्चे भी बहुत बुद्धिमान होते हैं, लेकिन अच्छी कोचिंग के अभाव में ये उन बच्चों से पिछड़ जाते हैं जिनके परिवारों की आर्थिक स्थिति अच्छी होती है, जिनको अच्छी कोचिंग मिल जाती है। इसी तरह से ग्रेजुएशन के बाद स्टूडेंट्स को सिविल सर्विसेस, रेलवे, एसएससी के एग्जाम देने होते हैं, उनमें भी गरीब बच्चे पिछड़ जाते हैं। हम नहीं चाहते कि कोई भी बच्चा अपनी गरीबी के कारण किसी भी एग्जाम में पिछड़ जाए।“


मुख्यमंत्री ने कहा, “ऐसे सभी बच्चों का ख्याल रखने के लिए एक साल पहले हमने जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना शुरू की थी। अभी तक ये योजना केवल एससी कैटिगरी के बच्चों के लिए थी। इस योजना में अब तक कोचिंग के लिए अधिकतम 40 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती थी। ये योजना पिछले एक साल से चल रही है। इस योजना के क्रियान्वयन के दौरान ये देखा गया कि अच्छे कोचिंग इंस्टीट्यूट के लिए 40 हजार रुपये कम पड़ते हैं। इसके अलावा एससी कैटिगरी के अलावा बहुत सारे अन्य गरीब बच्चे हैं, जिनको इसका लाभ नहीं मिल पाता।“


कैबिनेट के फैसले के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “ आज की कैबिनेट में इस राशि को 40 हजार रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये तक करने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही यह योजना सबके लिए लागू होगी। अब इस योजना का लाभ एससी स्टूडेंट्स, ओबीसी स्टूडेंट्स और आर्थिक दृष्टि से कमजोर सामान्य श्रेणी के स्टूडेंट्स को मिलेगा।“ 


मुख्यमंत्री ने कहा, “सरकार ने जिन कोचिंग इंस्टीट्यूट्स के साथ एग्रीमेंट किया है उनका एक पैनल बना दिया गया है। कोचिंग इंस्टीट्यूट्स ने सरकार को काफी सस्ते रेट्स ऑफर किये हैं। इन कोचिंग इंस्टीट्यूट्स में किसी बच्चे का एडमिशन होता है, तो सरकार कोचिंग इंस्टीट्यूट्स को पैसा दे देगी। कुछ इंस्टीट्यूट्स ऐसे भी हैं जो सामने नहीं आए, जिन्होंने सरकार के साथ एग्रीमेंट नहीं किया है, लेकिन अगर ऐसे इंस्टीट्यूट्स में भी किसी बच्चे एडमिशन होता है, तो इस लिमिट तक की सहायता राशि सीधे बच्चे को मुहैया करा देंगे। इस योजना की एक शर्त ये है कि बच्चा 10वीं और 12वीं दिल्ली से उत्तीर्ण हुआ हो। साथ ही उसके परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।“


मुख्यमंत्री ने कहा, “पिछले साल 4961 बच्चों ने इस स्कीम का फायदा लिया था। 3280 बच्चों ने एसएससी की कोचिंग ली। 944 बच्चों ने यूपीएससी की कोचिंग ली। 729 बच्चों ने अन्य प्रोफेशनल कोर्सेस के लिए कोचिंग ली। एक गरीब बच्चे विजय का एडमिशन आईआईटी में हो गया। एक गरीब बच्ची शशि का एडमिशन मेडिकल में हो गया। हिमांशु नामक एक बच्चे का एनएसआईटी दिल्ली में हो गया। अमरजीत नामक एक बच्चे का एनआईटी दिल्ली में हो गया। सागर नाम के एक बच्चे का एडमिशन बीएचयू में हो गया।  प्रांजल सिंह का जीबी पंत गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में हो गया।“


मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि अब तक के अनुभव बहुत उत्साहजनक हैं। अब तक के अनुभव से पता चलता है कि अगर हम अपने गरीब बच्चों को कोचिंग में थोड़ी सी मदद कर दें, तो गरीब परिवारों के बच्चे बहुत अच्छा कर सकते हैं। एग्जाम्स क्लियर कर सकते हैं। अपने परिवार की गरीबी दूर कर सकते हैं। देश का विकास कर सकते हैं। मैं समझता हूं कि जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना बहुत महत्वपूर्ण योजना है। मुझे खुशी है कि बाबासाहेब अम्बेडकर के नाम पर ये योजना चलाई जा रही है। बाबासाहेब का सपना था कि अगर बच्चों को अच्छी शिक्षा दे दी जाएगी तो एक पीढ़ी के अंदर इस देश से गरीबी और पिछड़ापन दूर किया जा सकता है। एक सवाल के जवाव में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के लिए पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी। जब–जब जरूरी होगा, आवंटन बढ़ा दिया जाएगा।


इस योजना को लेकर दिल्ली के सोशल वेलफेयर मिनिस्टर राजेंद्र पाल गौतम ने अपने ट्वीट में लिखा, “मुझे खुशी है कि जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना बाबासाहेब अम्बेडकर के नाम से चल रही है। बाबासाहेब के सपने को दिल्ली सरकार पूरा कर रही है। अब सभी जाति/वर्गों के गरीब बच्चे भी ले सकेंगे दिल्ली सरकार की मुफ्त कोचिंग सुविधा।“ 


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