दिल्ली में रचा जा रहा है इतिहास, ये काम देशदुनिया में पहली बार हो रहे हैं: अरविन्द केजरीवाल 

 



  • RWA अपनाए पांच का मंत्र और डेंगू भगाए: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 

  • तालकटोरा स्टेडियम में दिल्ली के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री समेत अन्य मत्रियों की दिल्ली के हजारों RWA पदाधिकारियों से हुआ संवाद

  • RWA की डेंगू के खिलाफ लड़ाई में भूमिका तय, अभी तक दिल्ली में डेंगू के महज 221 केस ही सामने आए

  • सरकार की तरफ से डेंगू से बचाव के उपाय बताते पर्चे छपवाए गए हैं। उसे हर घर तक पहुंचाना है। 




  1. हर घर तक डेंगू मुक्त स्टीकर पहुंचाना है। जिसे लोग रविवार को अपने घर में साफ जमा पानी की जांच के बाद चिपका सकते हैं। जिसपृ लिखा है कि यह घर डेंगू से मुक्त है। 

  2. सभी वाट्सएप ग्रुप पर मैसेज डालकर रविवार को घर में साफ जमा पानी बदलने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है। 

  3. हर आरडब्ल्यूए को सर्कुलर जारी कर हर रविवार को सुबह दस बजे घर की जांच करने को कहना है। 

  4. आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों को अपने घर की जांच के बाद अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को घर में जमा साफ पानी चेक करने के लिए बोलना है। 



डेंगू के खिलाफ दस हफ्ते, दस बजे, दस मिनट अभियान में अब दिल्ली के सभी आरडब्ल्यूए भी सहयोग करेंगे। इसके लिए मंगलवार को दिल्ली सरकार और सभी आरडब्ल्यूए का संवाद सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें आरडब्ल्यूए की जिम्मेदारी तय की गई। जिसके तहत सरकार और आरडब्ल्यूए के बीच एक एग्रीमेंट होगा। साथ ही आरडब्ल्यूए को डेंगू खत्म करने के लिए पांच काम सौंपे गए है। 


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरडब्ल्यूए के सहयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिल्ली के विकास में आरडब्ल्यूए सदा सरकार के साथ सहयोग किय है। अब फिर से आरडब्ल्यूए के सहयोग से डेंगू को खत्म किया जाएगा। विभिन्न संस्थाओं और आरडब्ल्यूए ने भी सरकार के पहल की सराहना की। साथ ही डेंगू की लड़ाई में पूरे सहयोग का आश्वासन दिया। सिटीजन अलायंस और ऊर्जा, इन दो बड़े RWA संगठनों के पदाधिकारी भी सम्मेलन में मौजूद थे। 


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस वक्त पूरी दुनिया के दस देशों में डेंगू पांव पसार चुका है। डाक्टरों ने आशंका जताई थी कि इस साल डेंगू सबसे ज्यादा खतरनाक होगा। लेकिन डेंगू के खिलाफ महा अभियान में जन-भागीदारी का नतीजा है कि इस साल सोमवार तक दिल्ली में डेंगू के सिर्फ 221 केस सामने आए हैं। जबकि 2015 में 15 हजार केस सामने आए थें। 60 लोगों की मौय हुई थी। पिछले साल 28 सौ केस सामने आए थें। मुख्यमंत्री के आह्वान पर दिल्ली के सभी आरडब्ल्यूए ने सरकार के साथ मिलकर डेंगू को खत्म करने में सहयोग का प्रण लिया। 



आरडब्ल्यूए को यह पांच काम करना है -



  1. सरकार की तरफ से डेंगू से बचाव के उपाय बताते पर्चे छपवाए गए हैं। उसे हर घर तक पहुंचाना है। 

  2. हर घर तक डेंगू मुक्त स्टीकर पहुंचाना है। जिसे लोग रविवार को अपने घर में साफ जमा पानी की जांच के बाद चिपका सकते हैं। जिसपृ लिखा है कि यह घर डेंगू से मुक्त है। 

  3. सभी वाट्सएप ग्रुप पर मैसेज डालकर रविवार को घर में साफ जमा पानी बदलने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है। 

  4. हर आरडब्ल्यूए को सर्कुलर जारी कर हर रविवार को सुबह दस बजे घर की जांच करने को कहना है। 

  5. आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों को अपने घर की जांच के बाद अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को घर में जमा साफ पानी चेक करने के लिए बोलना है। 


दिल्ली में रचा जा रहा है इतिहास, ये काम देशदुनिया में पहली बार हो रहे हैं: अरविन्द केजरीवाल 


टैक्स बढ़ा - मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सैकड़ों आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों को बताया कि 2015 से पहले हर साल दिल्ली का टैक्स महज एक हजार करोड़ बढ़ता था। अब हर साल छह हजार करोड़ रुपये टैक्स स्हर साल बढ़ रहे हैं। व्यापारी के घर छापे नहीं पड़ रहे। फिर भी लोग खुद टैक्स दे रहें। जो पहले टैक्स चोरी करते थें। वह भी टैक्स दे रहें। लोगों को पहले लगता था कि उनके टैक्स की चोरी हो रही है। अब इमानदार सरकार है। भ्रष्टाचार नहीं हो रहा। इस कारण लोग टैक्स देने को पुण्य का काम मानने लगे हैं। 


मोहल्ला क्लीनिक - श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दुनिया में पहली बार मोहल्ला क्लीनिक की स्थापना दिल्ली में हुई। एक हजार मोहल्ला क्लीनिक स्थापित हुए। जिसके बाद अन्य राज्य की सरकारें भी मोहल्ला क्लीनिक स्थापित कर रही हैं। 


प्रदूषण कम - मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली अब दुनिया के उन शहरों में शामिल हो गया है जहां प्रदूषण कम हो रहा है। लोगों के सहयोग से 25 प्रतिशत प्रदूषण कम हो गया। भारत में दिल्ली पहला शहर है, जहां प्रदूषण में कमी आई। 


आँड इवन सफल - अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब तक दुनिया में जहां भी आँड इवन लागू हुआ, फेल हुआ। वहां की सरकार तक चली गई। दिल्ली ऐसा पहला शहर है, जहां लोगों के सहयोग से आँड इवन सफल हुआ। हमारे विधायक तक मना करते रहें लेकिन जनता ने कहा यह सही है। जनता की मांग पर फिर से 9 नवंबर से इसे लागू किया जा रहा है। 


तीन लाख सीसीटीवी - पूरी दुनिया में दिल्ली ऐसा पहला शहर है, जहां एक साथ तीन लाख सीसीटीवी लगाए गए। इससे महिलाओं में सुरक्षा का भाव आया। 


2.10 लाख स्ट्रीट लाइटें -अरविंद केजरीवाल ने  बताया कि दुनिया के किसी भी शहर में जक साथ 2.10 लाख स्ट्रीट लाइटें नही लगी है। दिल्ली सरकार मुख्यमंत्री स्ट्रीट लाइट योजना के तहत दिल्ली  में 2.10 लाख स्ट्रीट लाइटें अगले तीन माह में लगाने जा रही है।


 पूरी दिल्ली मिलकर ही चप्पे-चप्पे पर नजर रख सकती है - श्री सिसोदिया



उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पूरी सरकारी मशीनरी लगाकर भी दिल्ली के चप्पे पर नजर नहीं रख सकती। यह करना है तो दिल्ली के हर व्यक्ति को सचेत होना है। पिछले पांच साल में डेंगू कम हुआ। इससे साबित होता है कि दिल्ली के लोग सचेत हुए हैं। पिछले साल मुझे और मेरे परिवार को डेंगू हुआ था। इस कारण मुख्यमंत्री की मुहिम प्रारंभ हुई तो मुझे काफी खुशी हुई। मैंने अब हर रविवार अपने घर की जांच करता हूं। मुझे भी अपने घर में कई जगह जमा पानी दिखा, जिसे बदला। आप सब भी इसमें सहयोग करें। इस दौरान मंत्री श्री सतेंद्र जैन, श्री राजेंद्र पाल गौतम व अन्य लोग मौजूद थें।


 विभिन्न हस्तियों का मिल चुका है समर्थन


मुख्यमंत्री के इस अभियान को विभिन्न हस्तियों और राजनीतिक नेताओं की ओर से समर्थन मिला है।  जिसमें तपसे पन्नू, इमरान हाशमी, राहुल देव, महेश भट्ट, राजदीप सरदेसाई, फेय डिसूजा और कपिल देव जैसी हस्तियां भी शामिल हैं।  इन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एंटी डेंगू अभियान को बढ़ावा दिया। सीएम के अनुरोध पर उपराज्यपाल श्री अनिल बैजल ने भी अभियान के समर्थन में अपने आधिकारिक निवास का निरीक्षण किया और डीडीए, वीसी और दिल्ली पुलिस आयुक्त को अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2015 में डेंगू से 60 मौतें हुई थी। पंद्रह सौ केस सामने आए थें। 2018 में 27 सौ केस सामने आए। मुझे डाक्टरों ने बताया कि डेंगू 3-4 साल बाद फिर सिर उठाता है। इसी कारण इस साल डेंगू के खिलाफ महा अभियान शुरू किया गया है।


विभिन्न संगठन के पदाधिकारियों की राय


पिछले दस बारह साल से ऊर्जा डेंगू और मलेरिया पर काम कर रही थी। लेकिन सरकार से सहयोग न मिलने के कारण हमारा अभियान बहुत सफल नहीं हो पा रहा था। अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद आगे बढ़कर डेंगू को खत्म करने की पहल की। दस हफ्ते, दस बजे, दस मिनट महाभियान लांच किए। अब जाकर हमें पूरी उम्मीद है कि दिल्ली से डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया जैसी बीमारियों को खत्म कर दिया जाएगा। जिस तरह से सरकार के प्रयास से देश को पोलियो मुक्त किया गया। उसी तरह से मुझे उम्मीद है कि अरविंद केजरीवाल की पहल से दिल्ली डेंगू मुक्त हो जाएगी। इस साल उम्मीद थी कि डेंगू पांव पसारेगा। लेकिन दिल्ली सरकार के अभियान से डेंगू को रोकने में सफलता मिली है। - अतुल गोयल, अध्यक्ष, ऊर्जा


मैं दक्षिण दिल्ली में रहता हूं। अपनी आरडब्ल्यूए का पंद्रह साल से अध्यक्ष भी हूं। मुझे लगता है पहली बार डेंगू को जड़ से खत्म करने के लिए इतने बड़े पैमाने पर सरकार की ओर से काम हो रहा है। आरडब्ल्यूए व अन्य संस्थाओं की ओर से डेंगू कम करने के लिए प्रयास होते थें, लेकिन उसका बड़ा असर दिखता नहीं था। अब अरविंद केजरीवाल खुद डेंगू को खत्म करने का बेड़ा उठाए हैं। उनके प्रयास से काफी हद तक डेंगू को अभी दिल्ली में कंट्रोल करने में सहायता भी मिली है। अब हमें उम्मीद है कि दिल्ली को डेंगू मुक्त कर लिया जाएगा। -   गडपति, अध्यक्ष, सिटीजन एलाइंस


 हमलोग अपने स्तर पर काफी प्रयास कर रहे थें कि डेंगू को रोका जा सकें। हमलोग मध्यम वर्ग से है। डेंगू का प्रकोप पड़ने पर पूरा परिवार संकट में आ जाता है। यह हमारे और पड़ोसी की लापरवाही से पनपता है। अब अरविंद केजरीवाल ने अभियान प्रारंभ किया है। इससे प्रेरित होकर हमलोग आरडब्ल्यूए व अन्य लोगों को वाट्सएप ग्रुप व अन्त्र सोशल मीडिया के माध्यम से प्रेरित कर रहे हैं कि वह दस मिनट का समय निकाल कर घर में जमा साफ पानी को बदल दें। इसका बेहतर परिणाम आ रहे हैं। डेंगू को सिर्फ दवा का छिड़काव कर नहीं रोका जा सकता है। इसके लिए जागरूकता जरूरी है कि हर आदमी अपने घर की जांच करे। केजरीवाल इस महाभियान के बाद लोगों में काफी जागरूकता आई है। वह अब घर में साफ पानी को चेक कर रहे हैं। 


 


 


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