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एनएचपीसी लिमिटेड द्वारा 43वीं वार्षिक सामान्य बैठक का आयोजन 23 सितंबर 2019 को फरीदाबाद में किया गया। श्री बलराज जोशी, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, एनएचपीसी ने बैठक में शेयरधारकों को संबोधित किया जिसमें स्वतंत्र निदेशकों सहित एनएचपीसी निदेशक मंडल के सदस्यगण तथा कंपनी सचिव, एनएचपीसी भी उपस्थित थे।
सभा को संबोधित करते हुए श्री बलराज जोशी, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक ने कंपनी की सफलता में सहयोग देने के लिए सभी शेयरधारकों के प्रति आभार व्यक्त किया। श्री जोशी ने एनएचपीसी द्वारा प्राप्त की गई उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। श्री जोशी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान कंपनी ने कुल राजस्व और प्रचालन (शुद्ध) से राजस्व क्रमश: 9,086 करोड़ रूपए और 8,161 करोड़ रूपए प्राप्त किये है। उन्होने आगे कहा कि इससे पहले वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान, सबसे अधिक विद्युत उत्पादन 23,404 मि.यू. को पार करते हुए अभी तक का सबसे अधिक विद्युत उत्पादन 24,193 मि.यू.(एम.) किया है।
श्री जोशी ने आगे बताया कि विद्युत मंत्रालय द्वारा पाइलट स्कीम-।। के तहत नोडल एजेंसी 'पीएफसी कंसल्टेंसी लिमिटेड' के माध्यम से तीन वर्षों के लिए 2500 मेगावाट की समेकित विद्युत की खरीद करने के लिए 'एग्रीगेटर' के रूप में नियुक्त किया गया है । कंपनी को अरूणाचल प्रदेश में दिबांग बहुउद्देशीय परियोजना (2880 मेगावाट) के लिए विभिन्न मंजूरियों और पूर्व निवेश गतिविधियों पर व्यय करने के लिए 1600 करोड़ रूपए हेतु सीसीईए का अनुमोदन प्राप्त हुआ है। श्री बलराज जोशी ने बताया कि नेशनल कंपनी लॉं ट्रिब्युनल (एनसीएलटी) ने सिक्किम में तीस्ता- VI जलविद्युत परियोजना (500 मेगावाट) के विकासकर्ता लैंको तीस्ता हाइड्रो पावर लिमिटेड (एलटीएचपीएल) के लिए प्रस्तुत हमारी संकल्प योजना को स्वीकार कर लिया है। इसके अतिरिक्त, सुबानसिरी लोअर जल विद्युत परियोजना (2000 मेगावाट) के लिए पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति के गठन को माननीय एनजीटी के प्रिंसिपल बेंच ने बरकरार रखा है।
वार्षिक आम बैठक के दौरान, संयुक्त सांविधिक लेखापरीक्षकों के प्रतिनिधि भी उपस्थ्ति थे। सदस्यों द्वारा कंपनी के निष्पादन से संबन्धित विभिन्न प्रशनों के उत्तर भी वार्षिक आम बैठक में दिये गए।