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सीपीएसई कॉन्कलेव 2018 में, भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने न्यू इंडिया 2022 के विज़न को रेखांकित किया है I इस विज़न को प्राप्त करने के लिए उन्होंने एक महत्वपूर्ण पैरामीटर के रूप में अधिकतम भू-सामरिक पहुंच पर जोर दिया I तदनुसार, एसजेवीएन लिमिटेड ने नीपको के साथ समझौता ज्ञापन में प्रवेश किया है I समझौता ज्ञापन पर एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री नन्द लाल शर्मा तथा नीपको के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री ए.जी.वेस्ट खरकोंगोर ने नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए I
समझौता ज्ञापन एक लचीला तंत्र उपलब्ध कराता है जिसके तहत दोनों पक्ष भारत के उत्तर-पूर्व तथा पूर्वी राज्यों में तात्कालिक फोकस के साथ भारत एवं विदेश में विद्युत परियोजनाओं के विकास के लिए मिलकर कार्य और सहयोग करेंगे I दोनों पक्षों ने संयुक्त उपक्रमों (जेवी), विशेष उद्देश्य इकाईयों (एसपीवी) तथा संकाय के रूप में एक गठबंधन में कार्य करने पर भी सहमति व्यक्त की है I इन इकाईयों में प्रत्येक पक्ष के पास न्यूनतम 26% स्वामित्व होगा I
यह समझौता ज्ञापन आज से प्रभावी हो गया है और न्यूनतम पांच वर्षों की अवधि के लिए वैध है, जिसे आपसी सहमति से आगे बढ़ाया जा सकता है I
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के समय एसजेवीएन से निदेशक (वित्त), श्री ए.एस.बिन्द्रा, निदेशक(विद्युत), श्री आर.के.बंसल, निदेशक(कार्मिक), श्रीमती गीता कपूर तथा निदेशक (सिविल), श्री एस.पी.बंसल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उपस्थित थे I
जबकि नीपको से निदेशक (तकनीकी), श्री वी.के.सिंह तथा निदेशक(कार्मिक), श्री अनिल कुमार भी अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उपस्थित थे I
एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री नन्द लाल शर्मा ने कहा कि यह एसजेवीएन को 2023 तक 5000 मेगावाट कंपनी,2030 तक 12000 मेगावाट कंपनी तथा 2040 तक 25000 मेगावाट कंपनी बनाने की दिशा में एक कदम है I