- मुख्यमंत्री ने जल जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए दिल्ली में काम कर रही टीम की तारीफ की
- मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों से अगले चार महीने तक चौकन्ना रहकर डेंगू- चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा
दिल्ली में डेंगू-चिकनगुनिया के मामलों में पिछले चार साल के दौरान भारी गिरावट आई है। ये तथ्य मुख्यमंत्री के समक्ष डेंगू-चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए तैयारी बैठक के दौरान पेश किये गये। (पूरे आंकड़े इस प्रेस रिलीज में नीचे दिया गया है)
बारिश के मौसम में जलजनित बीमारियों (डेंगू, चिकनगुनिया) से बचाव के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने व्यापक कार्ययोजना की समीक्षा की है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में दिल्ली सचिवालय में गुरुवार को हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में सभी संबंधित विभागों व नगर निगमों के वरिष्ठ अधिकारी और अस्पतालों के प्रमुख मौजूद रहे। इस बारे में अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “बारिशें आने वाली हैं। इन्हीं दिनों डेंगू, चिकनगुनिया होता है। भगवान करे आप और आपका परिवार स्वस्थ रहे। दिल्ली सरकार इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। आज सभी विभागों की मीटिंग लेकर जायजा लिया। 2015 में 15,000 डेंगू के केस थे। 2018 में लगभग 2700। हम कोशिश करेंगे इस वर्ष और कम हों।“
तैयारियों का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए दिल्ली में काम कर रही टीम की तारीफ कहते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हमने बहुत अच्छा काम किया है। डेंगू, चिकनगुनिया के मामलों में आई कमी से ये बात बिलकुल साफ हो जाती है।
मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि आने वाले महीनों में इस पूरी टीम को और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत होगी क्योंकि अगले चार महीने दिल्लीवालों की सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। पिछले साल की तुलना में हमें हालात और बेहतर करना है। साथ ही डेंगू, चिकनगुनिया की मामलों में और कमी लाने की जरूरत है। हम सबको मिलकर लड़ना है। दिल्ली के लिए हम सबको अपना बेहतर प्रदर्शन करने की जरूरत है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस साल डेंगू, चिकनगुनिया के मामलों में हम और कमी लाने में कामयाब होंगे। मुख्यमंत्री ने बारिश के मौसम में और उसके बाद जल जनित बीमारियों के नियंत्रण के लिए बचाव और जागरूकता पर विशेष जोर दिया।
दिल्ली सरकार डेंगू-चिकनगुनिया के मामलों में इस शहर की जनता की भागीदारी से मामलों में पिछले चार साल के दौरान काफी कमी लाई है। विभिन्न आरडब्ल्यूए और स्कूली बच्चों ने एडिज मच्छर के साफ पानी में पनपने की रोकथाम के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनभागीदारी से इन बीमारियों को रोकने के लिए इस साल भी प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जल जनित बीमारियों के नियंत्रण के मामले में जागरूकता और बचाव कार्यों की निगरानी सबसे अहम है। लोगों को जागरूक करने के लिए जरूरी मैटेरियल हर व्यक्ति तक पहुंचना बहुत जरूरी है।
मजबूत और प्रभावी निगरानी पर जोर देते हुए जैन ने कहा कि हमारा रेस्पॉन्स बहुत तेज होना चाहिए। सभी नगर निगमों से मेरा अनुरोध है कि वे अपना बेहतर प्रदर्शन करें। स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य मंत्रालय को अस्पतालों की तैयारी से संबंधित टाइम-टेबल लागू करने का निर्देश दिया।
वार्षिक आंकड़े बताते हैं कि प्रभावी बचाव और नियंत्रण संबंधी उपायों के चलते दिल्ली में पिछले तीन साल के दौरान डेंगू-चिकनगुनिया के मामलों में कमी आई है।
DENGUE (DELHI YEARWISE)
Year | Number of Dengue Cases |
2015 | 15867 |
2016 | 4431 |
2017 | 4726 |
2018 | 2798 |
STATES | DENGUE CASES as per NVBDCP |
| Year 2018 |
DELHI | 2798 |
MAHARASTHRA | 11011 |
PUNJAB | 14980 |
RAJASTHAN | 9587 |
GUJARAT | 7579 |
CHIKUNGUNYA (DELHI YEARWISE)
Year | Number of Chikungunya Cases |
2016 | 7760 |
2017 | 454 |
2018 | 473 |
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