वित्तीय वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही के लिए बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने रु.72.38 करोड़ का निवल लाभ अर्जित किया


बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री ए. एस. राजीव ने बैंक के कार्यपालक निदेशक श्री ए. सी. राउत तथा कार्यपालक निदेशक श्री हेमन्त  टम्टा  के साथ मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही/वर्ष के लिए वित्तीय परिणामों की घोषणा की।


इस अवसर पर श्री ए. एस. राजीव ने कहा कि बैंक वित्तीय कार्यनिष्पादन में सुधार के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। बैंक के कार्यनिष्पादन में सुधार हेतु बैंक ने विभिन्न संरचनात्मक, क्रमबद्ध और रणनीतिक परिवर्तन किए हैं तथा इन परिवर्तनों ने सुधारित वित्तीय परिणामों के माध्यम से लाभ अर्जित करना आरंभ कर दिया है।


बैंक अपने ग्राहकों, शेयरधारकों और अन्य हितधारकों को महत्व प्रदान करने हेतु रिटेल, कृषि एवं एमएसएमई (आरएएम) संविभाग को सुदृढ़  करने और परिचालन दक्षता में संवर्धन पर ध्यान केन्द्रित करना जारी रखेगा।


मुख्य कार्य-निष्पादन  विशेषताएं (तिमाही)


1. लाभप्रदताः



  • बैंक ने वित्तीय वर्ष 2018 की चौथी तिमाही की रु.(113.49) करोड़ की हानि की तुलना में वित्तीय वर्ष 2019 की चौथी तिमाही के लिए रु.72.38 करोड़ का निवल लाभ अर्जित किया।

  • परिचालन लाभ वित्तीय वर्ष 2018 की चौथी तिमाही के रु.547 करोड़ की तुलना में वित्तीय वर्ष 2019 की चौथी तिमाही के लिए रु.501 करोड़ रहा। परिचालन लाभ में यह कमी मुख्यत: संशोधित एएस10 दिशानिर्देशों के अनुसार पुनर्मूल्यांकित आस्तियों पर मूल्यह्रास में रु.82 करोड़ की वृद्धि के कारण हुई। 

  • निवल ब्याज आय वित्तीय वर्ष 2018 की चौथी तिमाही के रु.881 करोड़ पर 13.47% की वृद्धि दर्ज करते हुए वित्तीय वर्ष 2019 की चौथी तिमाही के लिए रु.1000 करोड़ रही।

  •  निवल ब्याज मार्जिन (एनआईएम) वित्तीय वर्ष 2018 की चौथी तिमाही के लिए 2.41% से 23 आधार अंकों की वृद्धि के साथ वित्तीय वर्ष 2019 की चौथी तिमाही के लिए 2.64% रहा।

  • ब्याज व्यय में पर्याप्त रूप से कमी हुई जो वित्तीय वर्ष 2018 की चौथी तिमाही के रु.1811.20 करोड़ से घटकर वित्तीय वर्ष 2019 की चौथी तिमाही के लिए रु.1775.27 करोड (-1.98%) रहा। ब्याज व्यय में यह कमी उच्च कासा जमाराशियों के साथ ही उच्च लागत उधारियों यथा पुनर्वित्तीयन, टीयर-1/ टीयर 2 बांडों के पुनर्भुगतान के कारण जमाराशियों की लागत में कमी होने की वजह से हुई।

  • जमाराशियों की लागत वित्तीय वर्ष 18 के 5.31% से 32 आधार अंकों से कम होकर वित्तीय वर्ष 19 के लिए 4.99% रही।

  • आय लागत अनुपात वित्तीय वर्ष 2018 की चौथी तिमाही के 57.39% से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2019 की चौथी तिमाही के लिए 63.83% रहा। यह मुख्यतः एएस 15 के कारण स्टाफ लागत में वृद्धि और रु.82 करोड़ से पुनर्मूल्यांकित आस्तियों पर मूल्यह्रास में वृद्धि के कारण हुआ।


2. व्यवसाय:



  • बैंक का कुल व्यवसाय 31.03.2018 के रु.233626 करोड़ की तुलना में 31.03.2019 को रु.234117 करोड़ रहा। 

  • बैंक के सकल अग्रिम 31.03.2018 के रु.94645 करोड़ की तुलना में 31.03.2019 को रु.93467 करोड़ रहे।

  • कोर रिटेल अग्रिम 31.03.2018 के रु.16547 करोड़ पर 13.65% की वृद्धि दर्ज करते हुए 31.03.2019 को रु.18805 करोड़ रहे।

  • कुल रिटेल अग्रिमों का 64% आवास ऋण है

  • कुल अग्रिमों में आरएएम (रिटेल, कृषि और एमएसएमई) 31.03.2018 के 50% से बढ़कर 31.03.2019 को 51% रहा।

  • कुल जमाराशियां 31.03.2018 के रु.138981 करोड़ से बढ़कर 31.03.2019 को रु.140650 करोड़ रहीं

  • कासा (बचत अधिक चालू जमा) जमाराशियों का हिस्सा 31.03.2018 के 47.74% से बढ़कर 31.03.2019 को 49.65% रहा।

  • सकल निवेश 31.03.2018 के रु.44163 करोड़ की तुलना में रु.16001 करोड़ की वृद्धि दर्शाते हुए 31.03.2019 को रु.60164 करोड़ रहे।


3. अनर्जक आस्ति प्रबंधन :



  • सकल एनपीए 31.03.2018 के रु.18433 करोड़ से रु.3109 करोड़ की कमी के साथ 31.03.2019 को रु.15324 करोड़ रहे। सकल एनपीए व निवल एनपीए अनुपात 31.03.2018 के 19.48% और 11.24% की तुलना में 31.03.2019 को 16.40% और 5.52% रहे।

  • निवल एनपीए 31.03.2018 के रु.9641 करोड़ से 53% की कमी के साथ 31.03.2019 को रु.4559 करोड़ रहे।

  • प्रावधान कवरेज अनुपात 31.03.2018 के 58.71% से व्यापक सुधार दर्ज करते हुए 31.03.2019 को 81.49% रहा, जो समकक्ष बैंकों के बीच उच्चतम है।


4  पूंजी पर्याप्तता :



  • बैंक ने सीईटीत पूंजी और सीआरएआर अनुपात को न्यूनतम विनिर्दिष्ट विनायमक आवश्यकता से अधिक बनाए रखा। बैंक का सीईटी1 अनुपात (सीसीबी सहित) 31.03.2018 के 8.97% की तुलना में 31.03.2019 को 9.88% रहा

  • सीआरएआर में 86 आधार अंकों का सुधार हुआ, सीआरएआर 31.03.2018 के 11.00% की तुलना में 31.03.2019 को 11.86% रहा।


5  मुख्य कार्यनिष्पादन विशेषताएं (वार्षिक)



  • बैंक का परिचालन लाभ वित्तीय वर्ष 18 के रु.2191 करोड़ से मामूली रूप से बढ़कर वित्तीय वर्ष 19 में रु.2198 करोड़ रहा

  • 31.03.2018 को समाप्त वर्ष के रु.1146 करोड़ की निवल हानि की तुलना में 31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के लिए निवल हानि रु.4784 करोड़ रही।



  • हानि में यह वृद्धि खराब आस्तियों पर उच्च ऋण हानि प्रावधानों के कारण हुई।

  • संशोधित एएस-10 के अनुसार पुनर्मूल्यांकित आस्तियों पर मूल्यह्रास में वृद्धि 

  • रु.109.80 करोड़ के वेतन संशोधन प्रावधान के कारण खर्यों में वृद्धि

  • निवल ब्याज आय वित्तीय वर्ष 18 के रु.3390 करोड़ की तुलना में 10.14% की वृद्धि के साथ वित्तीय वर्ष 19 के लिए रु.3733 करोड़ रही।

  • गैर ब्याज आय, निवेश की बिक्री पर हुए मंद ट्रेडिंग लाभ के बावजूद, वित्तीय वर्ष 18 के रु.1506 करोड़ से बढ़कर वित्तीय वर्ष 19 में रु.1547 करोड़ रही।

  • निवल ब्याज मार्जिन वित्तीय वर्ष 18 के लिए 2.32% से 21 आधार अंकों की वृद्धि के साथ वित्तीय वर्ष 19 के लिए 2.53% रहा।

  • जमाराशियों की लागत, उच्च लागत जमाराशियों की कटौती द्वारा बेहतर देयता प्रबंधन के कारण, वित्तीय वर्ष 18 के लिए 5.31% से 32 आधार अंकों की कमी के साथ वित्तीय वर्ष 19 के लिए 4.99% रही।

  • निधियों की लागत वित्तीय वर्ष 18 के लिए 4.88% से 41 आधार अंकों की कमी के साथ वित्तीय वर्ष 19 के लिए 4.47% रही। निधियों की लागत में यह कमी बेहतर देयता प्रबंधन और उच्च लागत निधि के पुनर्भुगतान के कारण हुई

  • बट्टे खाते में डाले गए खातों में वसूली वित्तीय वर्ष 18 के दौरान रु.138 करोड़ की तुलना में 77% की वृद्धि प्रदर्शित करते हुएवित्तीय वर्ष 19 के दौरान रु.245 करोड़ रही।


6. भविष्य की ओर :



  • गुणवत्तापूर्ण कार्पोरिट अग्रिमों, रिटेल, कृषि और एमएसएमई क्षेत्रों में वृद्धि पर ध्यान केन्द्रित करना।

  • बट्टे खाते में डाले गए खातों में वसूली और स्लीपेजेस को रोकने पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए सतत वसूली प्रयास करना

  • गैर-ब्याज आय बढ़ाने और परिचालन व्यय पर नियंत्रण करने पर ध्यान केंद्रित करना।

  • लाभप्रदता और सभी हितधारकों के लिए प्रतिफल में सुधार करना।


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