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एनएचपीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री बलराज जोशी ने 26 अप्रैल 2019 को नई दिल्ली में आयोजित 'एनआईआरएम के लिए भविष्य की रणनीतियों' पर अंतर-मंत्रालयीन सम्मेलन के तकनीकी सत्र को संबोधित किया। श्री जोशी ने 'रॉक मैकैनिक इन हाइड्रोइलैक्ट्रिक प्रोजेक्ट्स' शीर्षक पर एक विशेष प्रस्तुति दी जिसमें उन्होंने हाइड्रोपावर के क्षेत्र में एनएचपीसी की उपलब्धियों के बारे में उल्लेख किया और सिविल संरचनाओं के डिजाइन में रॉक एंड रॉक मास गुण को समझने के महत्व पर प्रकाश डाला। श्री जोशी ने एनएचपीसी द्वारा विभिन्न परियोजनाओं यथा 2880 मेगावाट की दिबांग बहुउद्देशीय परियोजना, 720 मेगावाट की मांगदेछू परियोजना, 2000 मेगावाट की सुबानसिरी लोअर परियोजना, 510 मेगावाट की तीस्ता-V पावर स्टेशन, 150 मेगावाट की गौरीगंगा-IIIए परियोजना आदि की रॉक मैकेनिक्स टेस्टिंग के संचालन में किए गए केस स्टडी का भी उल्लेख किया।
यह आयोजन भारत सरकार के खान मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त अनुसंधान संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रॉक मैकेनिक्स (एनआईआरएम) द्वारा आयोजित किया गया और इसमें विदेश मंत्रालय, विद्युत मंत्रालय, एनएचपीसी, एनपीसीआईएल, केंद्रीय जल आयोग, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड आदि जैसे महत्वपूर्ण संगठनों की भागीदारी की गई ।