![चित्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjjDbvF5HzAIe8Vcxfv93LeH27Cv68w13X70WXg3x29iNru3dF2LHl_jxt2C0FGRqZoG01NZ_a8FAc5uGmCWM_hGK5VoyWaOMQ5L0e0wgum4vrgeHcUI_t1J0QAIhQodeetCmTxMOGHbkZ45VeHS9IxWdBd_WzkdffDhyphenhyphennNId1wiuEAT6-d91NK1f1TP6c/s320/Yoga%20Day.jpeg)
![चित्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjjDbvF5HzAIe8Vcxfv93LeH27Cv68w13X70WXg3x29iNru3dF2LHl_jxt2C0FGRqZoG01NZ_a8FAc5uGmCWM_hGK5VoyWaOMQ5L0e0wgum4vrgeHcUI_t1J0QAIhQodeetCmTxMOGHbkZ45VeHS9IxWdBd_WzkdffDhyphenhyphennNId1wiuEAT6-d91NK1f1TP6c/s320/Yoga%20Day.jpeg)
फैशन की एक अपनी एक अलग जुबान होती है जो व्यक्ति के व्यक्तित्व को बिना कुछ कहे बता देती है जैसे आजकल की हर लड़की एक फैशन आइकॉन बन चुकी है और महिलाएँ भी सिर्फ साड़ी में बंधकर नहीं रह गयी बल्कि उसने भी अपने आपको एक आयाम दिया है, या इसे यूँ भी कहा जा सकता है की जबसे दुनिया शुरू हुई है तबसे फैशन भी शुरू हुआ है यह बात अलग है की हर युग में वो उसकी पहचान बन गया यह कहना था तीसरे ग्लोबल फैशन एंड डिज़ाइन वीक में मॉडल सिमरन कौर मल्होत्रा का जो इस फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह में मारवाह स्टूडियो में पहुंची। इस अवसर अज़रबैजान के राजदूत अशरफ शिकालेयेव, घाना के उच्चायुक्त माइकल ओकाये, मारवाह स्टूडियो के निदेशक संदीप मारवाह, डिजाइनर परंताप शेखर और काउंसल एम्बेसी ऑफ़ स्टेट ऑफ़ पलेस्टाइन डॉ अबू जाज़ीर उपस्थित हुए। इस अवसर पर अशरफ शिकालेयेव ने कहा की फैशन शो के साथ साथ आपको यहाँ सिखने को भी बहुत कुछ मिल रहा है, सिर्फ ड्रेसेस ही नहीं बल्कि फुटवियर, जेवेलरी और इंटीरियर डिज़ाइन भी इस फैशन वीक में शामिल है और यह मुझे बहुत अच्छा लगा क्योकि ज़्यादातर फैशन वीक बस ड्रेसेस पर ही फोकस करते है। माइकल ओकाये ने कहा भारत एक कलरफुल देश है जहाँ के रंग ख़ूबसूरती को बढ़ा देते है और मुझे यहाँ आकर बहुत ही अच्छा लगता है और मैं यहाँ यह भी कह सकता हूँ कि आपको यहाँ हर तरह का फैशन और डिज़ाइन दिख जाएगा। अबू जाज़ीर ने कहा की भारत अपनी मेहमान नवाज़ी और दोस्ती के लिए हमेशा प्रसिद्ध रहा है लेकिन मुझे यहाँ के लज़ीज़ खाने, फैब्रिक्स डिज़ाइन और मुस्कुराते चेहरे मुझे बहुत पसंद है। परंताप शेखर ने कहा की अगर आप कुछ डिज़ाइन करना चाहते है तो उस डिज़ाइन के बारे में गहराई से अध्ययन करे और अपने आसपास की चीज़ो में ही अपने डिज़ाइन को खोजे,अपने टीचर और स्टूडेंट खुद ही बने। आज के वक़्त में हर इंसान को पता है की उसके ऊपर किस तरह की ड्रेस अच्छी लगती है और उसी में बदलाव करके वो खुद का डिज़ाइन क्रिएट कर सकता है फैशन को फॉलो करने से अच्छा है की आप खुद को फॉलो करे। इस अवसर पर संदीप मारवाह ने बताया की हमारे इस तीन दिवसीय फेस्टिवल में 200 डिज़ाइनर्स की 750 ड्रेसेस, 9 फैशन शो, 9 सेमिनार, 8 प्रदर्शनी, 11 वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। इस फेस्टिवल में देशभर की लगभग 85 मॉडल्स भाग ले रही है। आज पहले दिन पेंटिंग प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया साथ ही दो पुस्तक विमोचन भी किये गए।