दिल्ली में माल की लोडिंग और अन्लोडिंग दिन में हो सकती है बंद - व्यापार को बड़ा खतरा

दिल्ली हाई कोर्ट में चल रहे एक मामले में कल कोर्ट के रूख को देखते हुए दिल्ली के 13 मार्केट पर दिन में लोडिंग - अन्लोडिंग बंद होने का ख़तरा पैदा हो गया है जिससे दिल्ली के व्यापारियों में व्यापार के भविष्य को लेकर बेहद अफ़रा तफ़री और असमंजस का माहौल बन गया है । इस मुद्दे पर व्यापारियों की रणनीति तय करने के लिए कन्फेडरेशन आफ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज शीघ्र ही दिल्ली के व्यापारियों की एक बैठक बुला रहा है।


इसी बीच कैट ने इस मुद्दे पर एक ज्ञापन केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह और दिल्ली के उपराज्यपाल श्री अनिल बैजल को भेजने का निर्णय करते हुए इस मामले में उनके सीधे हस्तक्षेप का आग्रह करने का निर्णय लिया है ! इस मुद्दे पर कैट का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही श्री राजनाथ सिंह और श्री अनिल बैजल से मिलेगा !


इन 13 मार्केट में क़रोल बाग मार्केट, सदर बाज़ार मार्केट, चाँदनी चौक मार्केट, कमला नगर मार्केट, गांधीनगर मार्केट, विकास मार्ग मार्केट, सरोजिनी नगर मार्केट, ग्रीन पार्क मार्केट, लाजपत नगर मार्केट, यूसुफ़ सराय मार्केट, महिपालपुर मार्केट, राजौरी गार्डन मार्केट, तिलक नगर मार्केट, सेक्टर 10 द्वारका मार्केट शामिल हैं। इसके बाद यह ख़तरा दिल्ली के अन्य बाज़ारों पर भी मंडराएगा।


इस मुद्दे पर कल दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को आदेश दिया है। की इन मार्केट पर अपनी रिपोर्ट आगामी 8 जनवरी को कोर्ट में पेश करे। कोर्ट ने कहा है की वो इस मामले को पूरी दिल्ली की मार्केट के संदर्भ में देखेंगे जिससे यह लगता है की भविष्य में दिल्ली के बाज़ारों में दिन में माल की लोडिंग या अन्लोडिंग नहीं होगी। 


कैट ने कहा की दिन में कम से कम 12 बजे से 4 बजे तक माल की लोडिंग अन्लोडिंग की अनुमति दी जाए जिससे व्यापारियों को माल की आवाजाही में कोई परेशानी न हो । कैट इस मामले में कोर्ट में जारी सुनवाई में पार्टी बनकर अपना पक्ष रखने के विकल्प पर भी विचार कर रहा है।


कैट के राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीण खंडेलवाल और दिल्ली प्रदेश महामंत्री श्री देव राज बवेज़ा ने कहा की माल की लोडिंग या अन्लोडिंग व्यापार का महत्वपूर्ण हिस्सा है और यदि दिन में इसको बंद किया जाता है तो इससे दिल्ली का व्यापार पूरी तरह चौपट हो जाएगा । यदि रात के 8 बजे बाद लोडिंग अन्लोडिंग होती है तो यह क़ानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती होगी और व्यापारी भी 24 घंटे के बंधुआ मज़दूर बन जाएँगे । ऐसी परिस्थितियों में दिल्ली में व्यापार करना सम्भव नहीं होगा और दिल्ली के सदियों पुराने व्यापारिक वितरण स्वरूप को गहरी चोट पहुँचेगी।


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