तीसरे दिन कॉल सेंटर पर 21,000 से ज्यादा कॉल्स कनेक्ट हुईं

दिल्ली सरकार की डोर स्टेप डिलीवरी ऑफ सर्विसेस योजना शुरू होने के तीसरे दिन कॉल सेंटर पर 21,000 से ज्यादा कॉल्स कनेक्ट हुईं। विभिन्न सेवाओं के लिए लोग लगातार हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर रहे हैं। बैक-एंड सिस्टम को मजबूत किया गया है। फोन लाइनों की संख्या बढ़ाई गई है। ऑपरेटरों की संख्या में भी इजाफा किया गया है। इससे इस व्यवस्था को पहले से ज्यादा सुचारु रूप से चलाने में मदद मिली है। तीसरे दिन कोई भी कॉल फेल नहीं हुई है। हालांकि सभी कॉल्स को उसी वक्त जवाब नहीं दिया जा पा रहा है क्योंकि उनमें से कई वेटिंग पर रहती हैं। जिन कॉल्स का उसी वक्त जवाब नहीं दिया जा पा रहा है, उन्हें कॉल बैक किया जा रहा है।


बुधवार की शाम 5 बजे तक कुल 34,839 कॉल्स कनेक्ट हुई हैं। कॉल सेंटर कर्मियों ने इनमें से 8,275 कॉल्स का जवाब दिये गये। बाकी कॉल्स वेटिंग लाइन पर रहीं जिन्हें कॉल बैक किया जा रहा है। जिन 18,913 कॉलर्स के कॉल का जवाब उसी समय नहीं दिया जा सका उन सबको एसएमएस भेज दिया गया है।


कॉल सेंटर में कॉल बैक करने के लिए एक अलग टीम गठित की गई है। बुधवार शाम 5 बजे तक इस टीम ने कुल 42,00 यूनीक नंबरों पर कॉल बैक कर लिया है। ये संख्या 8,275 के अलावा है जिनकी कॉल का उसी वक्त जवाब दे दिया गया था।


बुधवार की शाम 5 बजे तक विभिन्न सेवाओं के लिए दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रहने वाले 2,187 एप्वाइंटमेंट फिक्स किये गये हैं। बुधवार की शाम 5 बजे तक डोरस्टेप डिलीवरी ऑफ सर्विसेस की टीम ने कुल 223 घरों की विजिट की है।


ये आंकड़े इस योजना की शुरुआत यानी सोमवार सुबह 10 बजे से लेकर बुधवार शाम 5 बजे तक के हैं। बुधवार को कॉलसेंटर ने अपनी बढ़ी हुई क्षमता के साथ इन कामों को अंजाम दिया। बुधवार को ऑपरेटरों की संख्या 150 और फोन लाइनों की संख्या 200 रही। योजना शुरू होने के पहले दिन यानी 10 सितंबर को 40 ऑपरेटरों और 50 फोन लाइनों की क्षमता पर 2,728 कॉल्स कनेक्ट हुईं थी और 1,286 कॉल्स के जवाब दिये गये थे। इसके अलावा दिल्ली सरकार की वेबसाइटों पर एक लिंक क्रिएट किया गया है जिस पर क्लिक करके आप फॉर्म भर सकते हैं जिसके बाद आपको कॉल सेंटर की तरफ से कॉल आ जाएगी।


 

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