लोग बाज़ार से खरीद कर लाते हैं नीदें" - विवेक गौतम

भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद्, भारत सरकार और दिल्ली की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था "विश्व हिंदी साहित्य परिषद्" के संयुक्त तत्वावधान में विगत दिनों आज़ाद भवन में एक साहित्यिक कवि-सम्मेलन संपन्न हुआ।

 

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि आई.सी.सी.आर. की महानिदेशक श्रीमती रीवा गांगुली दास तथा विशिष्ट अतिथि थीं भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् की  उपमहानिदेशक श्रीमती पद्मजा।

 

यह समारोह गगनांचल पत्रिका के संपादक और प्रख्यात साहित्यकार डॉ. हरीश नवल  के सान्निध्य में संपन्न हुआ, जिसका सफल संयोजन एवं संचालन "विश्व हिंदी साहित्य परिषद्" के अध्यक्ष-कवि डॉ.आशीष कंधवे ने किया। 

 

आई.सी.सी.आर. की वरिष्ठ कार्यक्रम निदेशक श्रीमती सुलक्षणा भाटिया ने आए हुए सभी कवियों और प्रतिभागियों का धन्यवाद  ज्ञापित किया ।

 

कार्यक्रम में  कवि डॉ. हरीश नवल , डॉ हरेंद्र प्रताप , डॉ. अमरनाथ अमर , डॉ. विवेक गौतम ,डॉ. हरीश अरोड़ा , डॉ.आशीष कंधवे ,डॉ.रचना विमल , श्रीमती आभा चौधरी , श्रीमती अनुराधा शर्मा, डॉ. सुषमा गुप्ता ,

श्री राधाकान्त पांडेय, श्री ज्ञानप्रकाश आकुल ,श्री प्रवीण आर्य , सुश्री शशि किरण ,सुश्री गीतांजलि कालरा सहित एवं श्री  हर्षवर्धन आर्य ने अपनी कविताओं से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

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