क्या भाजपा के सपनों को पूरा कर पाएंगे रवि किशन ?


भाजपा को गोरखपुर सीट पर अंतत: रविकिशन शुक्ल के रूप में ऐसा उम्मीदवार मिल गया जिसपर किसी खेमे का सदस्य होने का आरोप फिलहाल नहीं है। रविकिशन, पिछले उपचुनाव से ही गोरखपुर सीट के लिए फिल्डिंग कर रहे थे लेकिन कामयाबी 2019 के चुनाव में पहली बार मिली है।टिकट की दौड़ में उन्होंने पिछले एक पखवारे से चर्चा में चल रहे अमरेन्द्र निषाद, धर्मेन्द्र सिंह, उपेन्द्र शुक्ल, पी.के.मल्ल सहित करीब आधा दर्जन नामों को पीछे छोड़ दिया। जानकारों का मानना है कि पिछली बार के उम्मीदवार उपेन्द्र दत्त शुक्ल की जगह रवि किशन शुक्ल को टिकट देकर पार्टी ने जातीय और पार्टी के अन्दर के अंतर्विरोधी समीकरणों को एक साथ साधने की कोशिश की है। मूल रूप से जौनपुर के रहने वाले 48 वर्षीय रवि किशन शुक्ल को ज्यादातर दुनिया रवि किशन के नाम से ही जानती है। वह भोजपुरी सिनेमा के साथ-साथ बालीवुड की मेन स्ट्रीम फिल्मों और टेलीविजन की दुनिया के बड़े नाम हैं। फरवरी 2017 में भाजपा में शामिल हुए रवि किशन ने 2017 के गोरखपुर महोत्सव में स्टेज शो किया था। उस वक्त भी उन्होंने उपचुनाव में गोरखपुर सीट से मैदान में उतरने का संकेत दिया था लेकिन बाद में पार्टी ने उपेन्द्र शुक्ल को मैदान में उतार दिया। रवि किशन अलग-अलग वजहों से लम्बे अर्से से सुर्खियों में रहे हैं। उन्होंने 2006 में बिग बॉस में भाग लिया था। उनकी आने वाली फिल्मों में ‘बाटला हाउस’ इन दिनों चर्चा में है। इसके अलावा ‘सबवे’ फिल्म की भी चर्चा है जिसमें रवि नवोदित विशाल विशेष और नाज़ुक लोचन का साथ देने जा रहे हैं। भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग की वजह से उनका गोरखपुर आना-जाना लगा रहा है। रवि किशन भाजपा से पहले कांग्रेस में थे। वह जौनपुर से कांग्रेस के टिकट पर पिछला लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। 2017 में उन्होंने भाजपा का दामन थामा। कुछ दिन पहले एक इन्टरव्यू में उन्होंने चुनाव लड़ने की बजाए पार्टी के लिए प्रचार करने की इच्छा जताई थी। अब देखना यह होगा कि भाजपा के लिए रवि किशन क्या जीत दर्ज कर पायेगें?


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