

इस ठिठुरती सर्दी में प्रगति मैदान में हर तरफ पुस्तक प्रेमी चाय और कॉफी के साथ अपनी मनपसंद पुस्तक पढ़ते नज़र आ रहे हैं। पाठक पुस्तक मेले की इस साहित्यिक सैर का भरपूर आनंद उठा रहे हैं। उन्हें देख ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वे इस पुस्तकों की दुनिया की सैर करने का कोई भी मौका गंवाना नहीं चाहते हैं और इन नौ दिनों का भरपूर लाभ उठा लेना चाहते हैं।
शारजाह मंडप
सम्मानित अतिथि होने के नाते प्रगति मैदान के हॉल सं. 7 ई में शारजाह का, विदेशी भागीदारों वाले विशाल कक्ष में, एक वृहदाकार मंडप निर्मित है जो किसी भी आगंतुक को पहली ही नज़र में आकृष्ट कर लेता है। इस हॉल में मीडियाकर्मियों के लिए काँच की दीवारों से एक सुंदर कक्ष निर्मित है। कक्ष के पीछे के स्थान को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि वह संगोष्ठी, विमर्श आदि के लिए एक सुसज्जित सभागार-सा बन गया
इस मंडप पर प्रतिदिन सम्मानित अतिथि, शारजाह द्वारा अनेक कार्यक्रमों के आयोजन होते हैं। इस मंडप में प्रवेश करते ही बाईं ओर की दीवार पर करीने से सजी पुस्तकें दिखाई देती हैं। यहाँ हिंदी के पुस्तक प्रेमियों को यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि शेल्फ पर जो पुस्तकें सजाई गई हैं वे हिंदी में अनूदित पुस्तकें हैं। कविता, कहानी तथा अन्य विधाओं की ये पुस्तकें अरबी से हिंदी में अनूदित हैं जो बिकी के लिए भी उपलब्ध हैं।
आज इस मंडप पर शारजाह पुस्तक प्राधिकरण (एसबीए) द्वारा '1001 टाइटल की पहल तथा यूएई लाइब्रेरी को समृद्ध बनाने में इसकी भूमिका' विषय पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं में मजद अल शेही, तलाल सलेम और अली अल शाली उपस्थित थे। सत्र का संचालन मरियम अल अबीदली ने किया। वक्ताओं ने '1001 टाइटल' नामक पहल के विभिन्न पहलओं पर चर्चा की। यह पहल लेखकों को विश्वभर के विभिन्न प्रकाशकों से जुड़ने में मदद करेगी। यहाँ वक्ताओं ने सफल प्रकाशक होने के अपने अनुभव साझा किए।
इवेंट्स कॉर्नर पर रॉयल कॉलिन्स पब्लिशिंग इंक कनाडा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में चीन की पाँच महत्वपूर्ण पुस्तकों के हिंदी और अंग्रेजी अनुवाद का विमोचन रा.पु.न्यास के अध्यक्ष, प्रो. बल्देव भाई शर्मा द्वारा किया गया।
नई दिल्ली प्रतिलिप्यधिकार मंच
आज पुस्तक मेले में नई दिल्ली प्रतिलिप्यधिकार मंच का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन मेले में 07 व 08 जनवरी, 2019 को किया जा रहा है। नई दिल्ली प्रतिलिप्यधिकार मंच (नई दिल्ली राइट्स टेबल) दो दिवसीय कार्यक्रम है जो भारत तथा विदेशों से आए प्रकाशकों, प्रतिलिप्यधिकार एजेंटों, अनुवादकों व संपादकों को व्यापार अवसरों का लाभ उठाने हेतु एक मंच प्रदान करता है। मेले में इस मंच द्वारा एक नवीन व्यावसायिक परिवेश में प्रकाशकों के बीच व्यापारिक-सत्र आयोजित कर उन्हें अपने अनुभव साझा करने के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। साथ ही, यह अद्वितीय प्रारूप प्रतिभागियों को अंग्रेजी, हिंदी तथा अन्य भारतीय भाषाओं में उपलब्ध पुस्तकों के अनुवाद एवं अधिकारों के हस्तांतरण हेतु अपनी अभिरुचियों तथा समझौतों को प्रायोगिक तौर पर अंतिम रूप प्रदान करने के भी अवसर प्रदान कर रहा है। आज इस कार्यकम में भारत तथा अन्य देशों, जिनमें मिस्र, जापान, संयक्त राज्य अमेरिका, कीनिया, चीन, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात (अबू धाबी, शारजाह, दुबई), ईरान शामिल हैं, के 60 से अधिक प्रकाशक भाग ले रहे हैं।
थीम मंडप
मेले में बने इस विशेष मंडप पर आज पबित्र राभा एवं समूह द्वारा लघु नाटिका ‘जोखोला का आयोजन किया गया जिसमें असम से आए दिव्यांग कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी गई। इस नाटिका में समाज में दिव्यांगों के साथ होने वाले भेदभाव को प्रस्तुत किया गया। इन कलाकारों के प्रदर्शन ने दर्शकों का मन मोह लिया। इसी मंच पर राष्ट्रीय पुस्तक न्यास तथा आलमी उर्दू ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में श्री अतुल सत्य कौशिक के साथ बातचीत' कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें थिएटर में नाटककार, निर्देशक तथा निर्माता के रूप में सक्रिय श्री अतुल सत्य कौशिक ने अपने जीवन के अनुभव सभी पाठकों के साथ साझा किए।
बाल गतिविधियाँ
पुस्तक मेले में बाल पुस्तकों की विविधता और बच्चों के लिए होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में बच्चों ने स्वयं को उसका हिस्सा बना लिया और खूब आनंद लिया। बाल मंडप में आज भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा विशेष बच्चों के लिए कैरियर गाइडेंस पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस अवसर पर डॉ. जयेन्द्र कुमार (मनोवैज्ञानिक) तथा श्री नासिर विशिष्ट अतिथि थे। वक्ताओं ने बताया कि अच्छे भविष्य के लिए कौशल और शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विशेष आवश्यकता वाले बच्चों/व्यक्तियों को जीवन में आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक अवसर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। आगा खान फाउंडेशन और प्रेरणा निकेतन संघ (स्वयंसेवी संगठन) के 150 से अधिक बच्चों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यशाला के बाद, एनबीटी द्वारा एक कहानी-सत्र का आयोजन किया गया जिसमें सुश्री जयंती ओझा ने बच्चों को गंगा नदी, नैतिक मूल्यों आदि विषयों पर आधारित कहानियाँ सुनाईं।
साहित्यिक गतिविधियाँ
आज लेखक मंच पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा स्वामी श्री हरिदास विरचित 'केलिमाल' तथा 'केलिमाल-मीमांसा' केलिमाल के पदों पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ब्रजभाषा साहित्यकार, हरियाणा, डॉ. राजेन्द्र रंजन चतुर्वेदी, संगीत विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय, प्रो. शैलेंद्र गोस्वामी, सदस्य सचिव, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, डॉ. सच्चिदानंद जोशी तथा डॉ अद्वैतवादिनी कौल, विभागाध्यक्ष, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ने अपने विचार प्रस्तुत किए। आज इस मंच पर सामयिक प्रकाशन द्वारा चित्रा मुद्गल से मुलाकात कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें प्रख्यात लेखिका, चित्रा मुद्गल ने अपनी पुस्तक 'नाला सोपारा के बारे में पाठकों को विस्तार से बताया। ‘नाला सोपारा नई कथावस्तु प्रस्तुत करता एक उपन्यास है।
सांस्कृतिक कार्यकम
पुस्तक मेले में हर शाम हंसध्वनि थिएटर में संगीत एवं नृत्य प्रस्तुति का आयोजन किया जा रहा है। प्रगति मैदान में आने वाले पुस्तक प्रेमी पुस्तकें खरीदने के साथ-साथ सांस्कृतिक कायक्रमों का भी भरपूर आनंद उठा रहे हैं। आज यहाँ सुप्रसिद्ध रंगकर्मी श्री अतुल सत्य कौशिक के समूह द्वारा प्रेमचंद की कहानी बूढ़ी काकी' पर नाटक प्रस्तुति की गई।